भिवानी : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के बैनर तले अध्यापकों ने सात
मार्च से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को नकल रहित बनाने पर ही सवाल
उठाए और बोर्ड पर आरोप लगाए कि अधिकारी शिक्षा बोर्ड का निजीकरण करने पर
तुले हैं। इस दौरान अध्यापकों ने कड़ा रोष जताया और कहा कि अध्यापकों की
परीक्षा में ड्यूटी लगाने की बजाय निजी स्कूलों के अध्यापकों की ड्यूटी
लगाई गई है। ऐसे में बोर्ड की परीक्षाएं नकल रहित संपन्न हो पाएंगी इसमें
संदेह है। 1सोमवार को संघ कार्यालय में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मा.
वजीर सिंह ने कहा कि अधिकारी शिक्षा बोर्ड का निजीकरण करने पर तुले हैं।
बोर्ड परीक्षाओं में भी सरकारी अध्यापकों की ड्यूटी लगाने की बजाय प्राइवेट
स्कूलों के अध्यापको की ड्यूटी लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इतना ही
नहीं बच्चों का इन परीक्षाओं में ख्याल नहीं रखा गया है। 30 से 40 किलोमीटर
दूर परीक्षा केंद्र बना दिए गए हैं। परीक्षा केंद्रो का उदाहरण देते हुए
उन्होंने कहा कि जाखल का टोहाना में, सतनाली से महेंदग्रगढ़ में, सारंगपुर
का हड़ौदी ओर कालुवाला मोड़ पर बने एक प्राइवेट स्कूल में परीक्षा केंद्र
बनाया गया है। इसे लेकर प्रदर्शन भी हो चुके हैं। इतना सब होने के बाद भी
बोर्ड अधिकारी सीधे मुहं बात नहीं करते और अपनी मनमानी करने पर तुले हैं।
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