** स्तर को सुधारने के लिए मानव संसाधन मंत्रलय ने दिए आदेश
फतेहाबाद : अंधेरे में भटक रही स्कूली शिक्षा अब राज्य सरकार के मिशन के साथ
चलेगी। प्रयोगशाला के अंधियारे से निकलकर मिशन का रूप ले रही स्कूली शिक्षा
में सरकार ने व्यापक बदलाव किए हैं। इस कड़ी में जहां 60 से 80 फीसद तक
शिक्षण स्तर तथा लनिर्ंग लेवल की तमाम ें दीवार पर अंकित करने के निर्देश
जारी किए गए हैं, वहीं इस मिशन को 2022 तक का एजेंडा भी तय कर दिया गया है।
बेहद अहम यह कि अगले पांच वषों में विद्यार्थियों की उपस्थिति तथा उनकी
उपलब्धता बढ़ाने के लिए अब हर सप्ताह रीडिंग वीक भी आयोजित किए जाएंगे। इस
आशय के निर्देश केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रलय से जारी किए गए
हैं।
संदर्भ की पुष्टि करते हुए सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना
समन्वयक देवेंद्र कुंडू बताते हैं कि इस मिशन में स्कूल प्रबंधन कमेटी की
महति भूमिका रहेगी। इस कमेटी के साथ मिलकर स्कूल के मिशन की तैयारी पूरी की
जाएगी। मिशन के तहत अगले तीन वषों में स्कूल में विद्यार्थियों व
अध्यापकों के मध्य भयमुक्त वातावरण विकसित किया जाएगा। बेहद गंभीर यह कि
अगले पांच वषों में स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति तथा उपलब्धि
बढ़ाने के लिए रीडिंग वीक अर्थात अध्ययन सप्ताह तथा अंकगणित सप्ताह व
विज्ञान सप्ताह भी मनाए जाएंगे।
वाल पेंटिंग के लिए भी हिदायतें
दीवार पर मिशन निर्धारित करने के लिए 5
फीट लंबी और चार फीट चौड़ी दीवार को जरूरी मरम्मत कर पूरी तरह से समतल किया
जाएगा। इसके बाद दीवार पर प्लास्टिक सफेद रंग का बेस पेंट किया जाएगा। इस
पर बार्डर और मिशन स्कूल लाल रंग से अंकित किया जाएगा। इस पर जो भी खर्च
आएगा वह स्कूल ग्रांट व मेंटेनेंस ग्रांट से वहन किया जाएगा।
शत-प्रतिशत है साक्षरता
का लक्ष्य
इस उद्देश्य के लिए अपने संसाधनों का उपयोग करके शिक्षकों,
छात्रों, पूर्व छात्रों और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के साथ मिलकर साक्षरता
टीम, थियेटर समूह व प्रेरक समूह को विकसित करेगा जिससे वर्ष 2022 तक नजदीक
के समुदाय में शत-प्रतिशत साक्षरता लाने का लक्ष्य हासिल करेगा।
यह भी होंगे मिशन स्कूल में शामिल
** 60-80 फीसद तक शिक्षण स्तर तथा
तथा लनिर्ंग लेवल में सुधार की कवायदें दीवार पर लिखनी होंगी
** मिशन
में अहम यह कि 2022 तक सुधार की प्रक्रिया शत-प्रतिशत पूरी की
जाएगी
** अगले पांच वषों में स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति
तथा उपलब्धि बढ़ाने के लिए रीडिंग वीक अंकगणित मनाया जाएगा, क्लबों का गठन
भी किया जाएगा ताकि सीखने की भावना को बढ़ावा दिया जाए
** सौ फीसद
साक्षरता प्राप्त करने के उद्देश्य से अपने संसाधनों का उपयोग कर शिक्षकों व
छात्रों तथा एसएमसी के साथ साक्षरता टीम व प्रेरक समूह विकसित करेगा।
"मानव संसाधन विकास मंत्रलय की ओर से भेजे गए आदेशों की
प्रति मिल चुकी है। आदेशों के तहत 10 मार्च तक सभी स्कूलों को मिशन तय करना
होगा। ऐसे में एसएमसी के सदस्यों के साथ तीन दिवसीय तीन चरणीय बैठक करने
के आदेश भी दिए गए हैं।"-- धर्मबीर कादियान, डीईईओ।
सेहत पर होगी नजर :
अगले
तीन वषों में स्कूल स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों तथा सामुदाय की सहायता से
स्कूल में नामांकित प्रत्येक विद्यार्थी का स्वास्थ्य संबंधी प्रोफाइल
तैयार करेगा। कक्षा 8 से ऊपर की कक्षाओं के सभी नामांकित छात्रों को
प्रशिक्षित करने के लिए ऐसी प्रणाली विकसित करेंगे जिससे बच्चों के कौशल का
विकास हो सके।
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