** बिना किसी वजह के उच्चतर शिक्षा विभाग ने बंद कर दिए थे सेंटर
चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी कालेजों में पिछले आठ सालों से बंद इंदिरा
गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) के स्टडी सेंटर फिर से चालू होने के आसार
बने हैं। इग्नू हरियाणा के अधिकारियों द्वारा शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास
शर्मा के समक्ष बंद पड़े केंद्रों से होने वाले नुकसान और छात्रों की
पढ़ाई प्रभावित होने का मुद्दा उठाने के बाद सरकार ने सकारात्मक रुख दिखाया
है। इग्नू सिर्फ रविवार को इन कालेजों में अपनी कक्षाएं चलाता है, जिससे
कालेजों में बाकी दिनों में होने वाली सामान्य पढ़ाई प्रभावित नहीं होती।
प्रदेश में इग्नू का क्षेत्रीय कार्यालय करनाल में है। जुलाई 2016 तक करीब
साढ़े 12 हजार स्टूडेंट्स इग्नू से पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें एससी
विद्यार्थियों की संख्या करीब पांच हजार है।
तीन हजार विद्यार्थी ऐसे हैं,
जो जेलों में बंद हैं और इग्नू से मुफ्त पढ़ाई की सुविधा हासिल कर रहे
हैं। इग्नू के फिलहाल 30 स्टडी सेंटर हैं, जिनमें से 12 जेलों में, 10
प्राइवेट व सरकारी सहायता प्राप्त कालेजों में और आठ प्रोग्राम स्टडी सेंटर
में संचालित हैं। राज्य के हर जिले में सरकारी कालेजों में भी इग्नू के
स्टडी सेंटर थे, लेकिन सन 2008 में उच्चतर शिक्षा विभाग के आयुक्त ने एक
फरमान जारी कर इन सेंटरों को बंद कर दिया था। आयुक्त के आदेशों में कहा गया
था कि कोई भी शिक्षक और स्टाफ कर्मचारी सरकारी कालेजों में खुले इग्नू के
सेंटर की शैक्षिक गतिविधियों में भागीदारी नहीं करेगा। कारण यह दिया गया कि
इससे कालेजों की पढ़ाई प्रभावित होती है, जबकि यह सेंटर सिर्फ रविवार के
दिन ही चलते हैं। शिक्षकों व स्टाफ को इग्नू की ओर से बाकायदा निर्धारित
पारिश्रमिक भी दिया जाता है। इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मपाल ने
सरकारी कालेजों में अध्ययन केंद्र फिर से चालू कराने के लिए शिक्षा मंत्री
प्रो. रामबिलास शर्मा से मुलाकात की। शिक्षा मंत्री ने इग्नू अधिकारियों की
मांग से सहमति जताते हुए जल्द ही उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की
मीटिंग बुलाकर उसमें समस्या के समाधान का रास्ता निकालने का भरोसा दिया है।
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