चंडीगढ़ : प्रदेश
के बजट में शिक्षा (मौलिक, माध्यमिक और उच्चतर शिक्षा) के लिए 14005 करोड़
रुपए का आवंटन किया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि भर्ती निकायों के
माध्यम से नियमित कर्मचारियों की भर्ती करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे
हैं। विभाग ने स्कूलों में अध्यापकों की तत्काल तथा अपरिहार्य कमी को दूर
करने के लिए सेवानिवृत्त अध्यापकों की सेवाएं लेने के लिए ‘सुगम शिक्षा’
स्कीम बनाई है।
स्कूलों की सम्पूर्ण स्वच्छता में सुधार लाने के लिए स्वच्छता सुनिश्चित
करने के उद्देश्य से प्राथमिक स्कूलों में ‘स्वच्छ प्रांगण’ योजना शुरू की
है। वर्ष 2016-17 के दौरान 33 राजकीय मिडल एवं हाई स्कूलों को वरिष्ठ
माध्यमिक स्कूलों का दर्जा दिया गया और दो नए स्कूल भी खोले गए। इन सभी
स्कूलों में कला, विज्ञान और वाणिज्य विषयों की शिक्षा की सुविधाएं मुहैया
करवाई गई हैं और इन विषयों के लिए अध्यापकों के पद भी स्वीकृत किए गए हैं। 5 नये पोलिटेक्निक तकनीकी शिक्षा पर बल देते हुए वित्त मंत्री ने 487.84 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
रामबिलास बोले मील का पत्थर
हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा ने राज्य सरकार के वित्त
वर्ष 2017-18 के बजट को शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया।
उन्होंने इस बजट को सर्वांगिण विकास, समृद्धि और जनहितैषी वाला बताया।
शर्मा ने कहा कि बजट से युवा पीढ़ी को शिक्षित, कुशल और उद्योगों में
रोज़गार देने के लायक बनाने में मदद मिलेगी।
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