रोहतक : हरियाणालोक सेवा आयोग द्वारा 26 फरवरी को कराई असिस्टेंट प्रोफेसर की चयन परीक्षा में पेपर आउट होने का मामला प्रकाश में आने के बाद उम्मीदवारों में रोष है। उन्होंने आयोग चेयरमैन को पत्र लिखकर परीक्षा रद्द करने दोबारा चयन परीक्षा कराने की मांग की है।
फतेहाबाद के पवन, रोहतक से डॉ. मनोज यादव, रेणुका, रश्मि, सुनीता, पूनम, महक, दीपक कुमारी, बिजेंद्र संतोष, जींद से डॉ. सतीश भोला, डॉ. सतीश टंडन, भिवानी से इंद्रावती ने बताया कि हमारा परीक्षा केंद्र पंचकूला स्थित एक पब्लिक स्कूल में था, जहां पर एक उम्मीदवार को वाट्स एप से मोबाइल में लाए पेपर के जरिए हल करते हुए पकड़ा था। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों की चेकिंग ठीक ढंग से नहीं की गई, क्योंकि हमारे कमरों में भी अधिकांश उम्मीदवार हाथ में घड़ी, इलेक्ट्राॅनिक्स आइटम लिए बैठे थे, लेकिन किसी भी कक्ष निरीक्षक ने उन्हें नहीं रोका। प्रदेश के विभिन्न जिलों से परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों ने चेयरमैन को भेजे पत्र में मांग उठाई कि चयन परीक्षा को रद्द कराकर नए सिरे से परीक्षा का आयोजन कराया जाए, ताकि चंद लोगों के फेर में हमारा भविष्य प्रभावित हो।
जेनेटिक्स, मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी के छात्रों को योग्य बताना गलत
एचपीएससी ने बॉटनी जूलॉजी की भर्ती में जेनेटिक्स मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों को योग्य घोषित किया जाना गलत है, क्योंकि बॉटनी जूलॉजी एकदम अलग विषय है। दोनों का सिलेबस बिल्कुल नहीं मिलता। ऐसे में जेनेटिक्स वाले विद्यार्थी दोनों विषयों में शामिल कैसे हो सकते हैं। एप्लाइड साइंस के विद्यार्थियों ने बताया कि जेनेटिक्स वाले छात्र दोनों विषयों में शामिल किए जा रहे हैं तो इसका मतलब है कि बॉटनी के विद्यार्थी भी जुलॉजी विभाग में योग्य है, जो नहीं हो सकता।
|
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.