रेवाड़ी : बिना मान्यता प्राप्त चल रहे स्कूलों को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से कुछ समय के लिए मिली राहत के बाद अब शिक्षा विभाग द्वारा पेश किए गए रिकार्ड पर सवाल खड़े हो गए हैं।विभाग ने जिले में बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों की संख्या 46 बताई है जबकि निजी स्कूल एसोसिएशन का दावा है कि ऐसे स्कूलों की संख्या 150 से ज्यादा हैं। विभाग ने आनन फानन में गलत रिपोर्ट तैयार की है। इसमें कुछ अधिकारियों की मिलीभगत की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। गैर मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों को बंद करने के राज्य शिक्षा निदेशालय द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को हाईकोर्ट ने बेशक कुछ समय के लिए रोक दिया है, लेकिन सवाल भी खड़े हो गए हैं। निजी स्कूल एसोसिएशन द्वारा जुटाई गई जानकारियों पर यकीन किया जाए तो बिना मान्यता प्राप्त वाले स्कूलों की संख्या 46 नहीं 150 से ज्यादा है। हालांकि विभाग के अधिकारी एसोसिएशन के दावों को खारिज कर रहे हैं, लेकिन खुलकर स्थिति भी स्पष्ट नहीं कर रहे हैं।
सर्वे कराए जाएं तो सच सामने आ जाएगा :
गैर मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूल के प्रधान आनंद कुमार का दावा है कि शिक्षा विभाग की तरफ से बिना मान्यता वाले जिन 46 स्कूलों की सूची जारी की गई है वह पूरी तरह शक के दायरे में हैं। विभाग के अधिकारियों ने बजाय फील्ड में जाकर सर्वे रिपोर्ट बनाने के एक जगह बैठकर रिपोर्ट बना ली। जांच होने पर विभाग की रिपोर्ट ही गलत साबित हो जाएगी। db
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