अम्बाला सिटी : आधा सेशन बीत जाने के बाद बराड़ा ब्लॉक में स्कूलों में वितरण के लिए किताबें आ गई हैं। लेकिन उन किताबों के स्कूलों तक न पहुंच पाने के कारण बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। बराड़ा ब्लॉक के सिरसगढ़ गांव स्थित मिडिल स्कूल में ब्लॉक के 90 स्कूलों की किताबें पहुंच चुकीं है।
किताबें तीसरी कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक की हैं। डायरेक्टोरेट ने किताबों को स्कूलों तक पहुंचाने के लिए बाकायदा सेंटर हेड व मिडिल हेड को निर्देश दिए हैं। किताबों को स्कूल तक पहुंचाने के लिए उन्हें 8 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से खर्चा भी दिया जाएगा, लेकिन सेंटर हेड व मिडिल हेड द्वारा डायरेक्टोरेट के आदेशों को दरकिनार करते हुए स्कूलों में फोन करके किताबें ले जाने को कहा जा रहा है। स्कूल टीचर इसका विरोध कर रहे हैं। जब यात्रा का खर्चा सेंटर हेड व मिडिल हेड को दिया जाना है, तो वे अपने खर्च पर किताबें क्यों लाएं।
शिक्षक संघ देगा बीआरसी कार्यालय पर धरना :
वहीं राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ बराड़ा विभाग की इस आपसी खींचतानी को लेकर उखड़ चुका है। संघ के ब्लॉक प्रधान तलविंदर शर्मा ने कहा कि डायरेक्टोरेट से भेजे पत्र में साफ कहा है कि सेंटर हेड व मिडिल हेड स्कूलों में किताबें पहुंचाएंगे और इसकी एवज में उन्हें 8 रुपए प्रति किलोमीटर देय होगा। मिडिल हेड द्वारा नेबरहुड प्राइमरी स्कूलों को किताबें पहुंचाई जाएंगी। तलविंदर ने कहा कि उनको किताबें लेकर जाने के लिए फोन आया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और विभाग द्वारा अधिकृत व्यक्ति को किताबें स्कूल तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने कहा कि लापरवाही के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अगर किताबें उनके स्कूलों तक न पहुंचाई गई, तो शिक्षक संघ बीआरसी कार्यालय के बाहर धरना देगा।
"डायरेक्टोरेट से जो लेटर आया है, उसमें शब्दावली साफ न होने के कारण स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। मिडिल हेड द्वारा प्राइमरी स्कूलों को किताबें लेकर जाने के लिए कहा जा रहा है। जो भी स्कूलों में किताबें लेकर जाएगा, उसे उचित खर्चे की राशि दी जाएगी।"-- अख्तर अली, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, बराड़ा db
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