गुडग़ांव : डिप्लोमा इन एजुकेशन की सातवीं मैनुअली काउंसलिंग शुक्रवार से शुरू हो जाएगी। स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) में होने वाली इस काउंसलिंग के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सातवीं काउंसलिंग 1805 रिक्त सीटों के लिए की जा रही है। अधिक से अधिक सीटों को भरा जा सके इसके लिए साइंस व कॉमर्स संकाय की खाली सीटों को आट्र्स संकाय की सीटों में बदल दिया गया है। वहीं दाखिले के लिए पास प्रतिशतता को भी कम कर दिया गया है। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक सीटें भरने के लिए प्रतिशतता की लीमिट नहीं रखनी चाहिए थी।
तीन दिन की होगी काउंसलिंग
1805 रिक्त सीटों के लिए तीन दिन की काउंसलिंग 22 नवंबर से शुरू होगी। जिसमें पहले दिन स्पेशल वैक्वर्ड क्लास व जनरल कैटेगरी की काउंसलिंग होगी। 23 नवंबर को जनरल, बीसी-ए, बीसी-बी कैटेगरी और एससी कैटेगरी की काउंसलिंग होगी। 24 नवंबर को वेटिंग स्तर पर काउंसलिंग होगी। काउंसलिंग के लिए आने वाले स्टूडेंट्स को सभी ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स व दो फोटोग्राफ लेकर आनी होगी। एससीईआरटी के डीएड संयोजक अशोक यादव ने बताया कि काउंसलिंग के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। काउंसलिंग में वहीं स्टूडेंट््स भाग ले सकते है जिनका ऑनलाइन फार्म एक्सेप्ट कर लिया गया है।
सीटें भरना चुनौती
शिक्षा निदेशालय द्वारा इस साल से डीएड की काउंसलिंग को ऑनलाइन करने के चलते सीटें भरना उनके सामने चुनौती है। विशेषज्ञ आजाद सिंह नेहरा कहते हैैं कि इस साल डीएड की सारी सीटें भरना बहुत बड़ी चुनौती है। ऑनलाइन होने की वजह से कई स्टूडेंट्स फॉर्म भरने के समय ही रिजेक्ट हो गए थे। इनमें कई स्टूडेंट्स ऐसे भी थे जिनके नंबर अच्छे थे लेकिन ऑनलाइन में गलती की वजह से वह इस साल इसका हिस्सा नहीं बन सके। डीएड की काउंसलिंग ऑनलाइन न करवा कर इसे मैनुअली करवाना ही सही है। इससे सीटें भी समय रहते भर जाती हंै और स्टूडेंट्स को भी दिक्कत नहीं उठानी पड़ती। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.