रोहतक : हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के प्रदेशाध्यक्ष दयानंद दलाल ने कहा कि प्रदेश के राजकीय स्कूल प्राध्यापक अपने कर्तव्य का निर्वहन करना बखूबी जानते हैं। शिक्षा में गुणवत्ता लाने और प्रदेश का शैक्षणिक विकास करने में इस वर्ग का उल्लेखनीय योगदान रहा है लेकिन उनकी प्रमुख मांगों को सरकार ने दरकिनार किया है। इसके चलते प्राध्यापकों को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार का निर्णय विवश, निराश और हताश होकर करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि समय रहते मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन के अगले चरण की भी घोषणा कर दी जाएगी। प्रांतीय प्रधान ने कहा कि प्रध्यापक वर्ग अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए एकजुट है तथा प्रदेशभर के प्राध्यापकों ने आरपार की लड़ाई के लिए अपनी कमर कस ली है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया है कि वे अपने सम्बंधित विद्यालय में रहकर अपने शिक्षण कार्य को करते रहें ताकि शिक्षण कार्य प्रभावित न हो। उन्होंने कर्मचारियों की प्रस्तावित हड़ताल को हसला का नैतिक समर्थन दिया। dj
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