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Friday, 15 November 2013

कहीं सपना न रह जाये अच्छा परिणाम


चंडीगढ़ : प्रदेश में शिक्षकों की तो भारी कमी है ही, साथ ही छह जिले ऐसे हैं, जिनमें जिला शिक्षा अधिकारी ही नहीं है। शिक्षकों की कमी के चलते जहां शैक्षणिक माहौल प्रभावित हो रहा है, वहीं जिला शिक्षा अधिकारियों की नियुक्तियों के अभाव में विभागीय कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। प्रदेश सरकार करीब 25 हजार शिक्षकों की भर्ती करने संबंधी अपनी घोषणा भी अभी पूरी लागू नहीं कर पाई है। ऐसे में एक बार फिर अच्छे परीक्षा परिणाम की उम्मीद पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है।
प्रदेश के अंबाला, कैथल, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, पलवल और सोनीपत जिले ऐसे हैं, जहां पिछले काफी समय से जिला शिक्षा अधिकारियों के पद खाली पड़े हैं। प्रिंसिपल, हेड मास्टर, लेक्चरार और मास्टरों समेत राज्य में शिक्षकों के 85,071 पद स्वीकृत हैं, लेकिन 43,234 पद ऐसे हैं, जिन पर कई सालों से भर्तियां नहीं हो पाई हैं। दसवीं के खराब रिजल्ट को लेकर इस साल शिक्षा विभाग की कार्य प्रणाली पर खूब सवाल उठे हैं। उसी का नतीजा है कि राज्य सरकार अब पांचवीं और आठवीं का बोर्ड दोबारा चालू करने की संभावनाएं तलाश कर रही है। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के नेतृत्व वाले केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड की बैठकों में भी खराब रिजल्ट सुधारने के तरीकों पर बातचीत हो चुकी है, लेकिन राज्य में खाली पड़े शिक्षकों के पदों को भरने की दिशा में अभी तक कोई प्रगति नहीं हो पाई है।प्रदेश में प्रिंसिपल के 274 पद, हेड मास्टर के 1060, लेक्चरार के 24,846, मास्टरों के 10,384 तथा सीएंडवी शिक्षकों के 6670 पद लंबे समय से खाली हैं। राज्य सरकार 9768 अतिथि अध्यापकों की सेवाएं ले रही है तो साथ ही 159 शिक्षकों को रि-इंप्लाइमेंट दिया जा चुका है। राज्य सरकार ने हाल ही में 65 हजार भर्तियां करने का ऐलान किया है, जिनमें 25 हजार शिक्षकों की है, लेकिन इसकी प्रक्रिया में तेजी लाया जाना बाकी है।प्रमोशन के अभाव में नहीं भरे जा रहे डीईओ के पद : 
शिक्षा विभाग में रिटायरमेंट के बाद नई नियुक्ति नहीं होने तथा प्रमोशन के अभाव में जिला शिक्षा अधिकारियों व शिक्षकों के पद नहीं भरे जा रहे हैं। डीईओ के पद पर क्लास-टू के अधिकारियों को प्रमोट कर लगाया जाता है। ऐसे ज्यादातर अधिकारी विभिन्न जिलों में डाइट के प्रिंसिपल हैं या फिर राज्य शिक्षा अनुसंधान परिषद (एससीइआरटी) गुड़गांव में तैनात हैं। यहां तैनात अधिकारी इन पदों को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। 
एक सप्ताह में लगा दिए जाएंगे जिला शिक्षा अधिकारी : 
शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव एवं वित्तायुक्त सुरीना राजन का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारियों के खाली पद एक सप्ताह के भीतर भर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि रिक्त पदों पर घोषित भर्तियों की प्रक्रिया भी राज्य सरकार और बोर्ड जल्दी शुरू करेगा।         dj

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