रेवाड़ी : शिक्षा प्रणाली को अब हाईटेक करने की योजना विस्तृत रूप लेने लगी है। जिन शिक्षकों के पास मोबाइल नहीं है वे तुरंत इसकी व्यवस्था कर लें। कहीं ऐसा नहीं हो कि पत्राचार का इंतजार करते-करते समय बीत जाए। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने सभी स्कूलों के मुखियाओं को सर्कुलर भेजने से पहले एसएमएस के माध्यम से दिशा निर्देश जारी करने का निर्णय लिया है ताकि स्कूल मुखिया अपनी व्यवस्था आरंभ कर सकें। दिवाली के तुरंत बाद 9वीं और 11वीं कक्षा के बोर्ड में पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके लिए जिले के सभी 300 स्कूलों के 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों का बोर्ड में पंजीकरण किया जाना है।
पहले एसएमएस फिर सर्कुलर से दिशा-निर्देश
इसकी शुरुआत एक-दो दिन के अंदर हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूल मुखियाओं से की जा रही है। इससे इंटरनेट और सर्कुलर के आने का इंतजार करने से पहले प्रक्रिया शुरु करने में मदद मिलेगी।
9वीं और 11वीं के पंजीकरण की जानकारी एसएमएस से मिलेगी:
सभी सरकारी और निजी स्कूलों के मुखियाओं के पास बोर्ड की ओर से 9वीं और 11वीं कक्षा के पंजीकरण के लिए अधिसूचना जारी होने से पहले उनके मोबाइल में एसएमएस मिल जाएगा। इसके बाद विस्तृत जानकारी बोर्ड की वेबसाइट में उपलब्ध करा दी जाएगी।
सरकारी स्कूलों में अभी दिक्कतें आएंगी
भले बोर्ड ने एसएमएस और ऑनलाइन पंजीकरण शुरु कर स्कूल मुखियाओं की भागदौड़ से मुक्ति दी हो लेकिन सरकारी स्कूलों में अभी हाइटेक प्रक्रिया व्यवस्थित होने में समय लगेगा। अधिकांश स्कूलों विशेषकर हाई स्कूलों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसलिए वे बाहर साइबर कैफे का सहारा लेने को मजबूर हैं। दसवीं कक्षा के आवेदन के समय भी यह परेशानी आई थी।
"कई बार स्कूल मुखिया इस उलझन में रहते हैं कि सर्कुलर आएगा तो काम शुरु कर देंगे। सर्कुलर भेजने और स्कूल मुखियाओं तक पहुंचने में एक दो दिन तक का समय भी लग जाता है। इसलिए सभी स्कूल मुखियाओं के मोबाइल नंबर पर एसएमएस कर दिया जाएगा कि वे अपने स्कूल के विद्यार्थियों का पंजीकरण प्रक्रिया शुरु कर दें। बाकी विवरण बोर्ड की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है। इससे स्कूल इंचार्ज निर्धारित अवधि के दौरान ही अपना काम पूरा कर सकेंगे।"--महेंद्रपाल सिंह, संयुक्त सचिव, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी।
पहली बार शुरू की व्यवस्था
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने पहली बार यह व्यवस्था शुरु की है। इससे पहले वर्तमान सत्र से दसवीं और 12वीं कक्षा के पंजीकरण और एडमिटकार्ड ऑनलाइन प्रक्रिया से भरवाई गई थी। इसमें स्कूल मुखिया को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। दसवीं के आवेदन प्रक्रिया के दौरान अने खामियों के चलते सैकड़ों विद्यार्थियों का आवेदन बाद में भेजा जा सका था। इससे स्कूल मुखिया को विलंब शुल्क भरने से आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा था। db
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