सिरसा : कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की रिअपीयर की परीक्षांए शनिवार से शुरू हो गई हैं। लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से रोल नंबर नहीं भेजे जाने पर कई विद्यार्थियों का भविष्य बर्बाद होने की कगार पर है। परीक्षा के लिए की गई तैयारी धरी की धरी रह गई। अब वे एक साल बाद ही वे परीक्षा में बैठ पाएंगे। ज्यादातर परीक्षार्थी राजकीय नेशनल कॉलेज से पास आउट थे। इसलिए उन्होंने शनिवार को राजकीय नेशनल कॉलेज के बाहर एकजुट होकर रोष प्रदर्शन भी किया। परीक्षार्थी सागर मिढ़ा ने बताया कि परीक्षा के लिए शाह सतनाम सिंह ब्वायज कॉलेज, गल्र्स कॉलेज और सीएम के कॉलेज परीक्षा सेंटर बनाए गए थे। लेकिन तीनों सेंटरों में कहीं पर भी लगभग 30 परीक्षार्थियों का नाम लिस्ट में नहीं मिला। सागर मिढा की बीए पांचवें सेमेस्टर में अंग्रेजी और हिंदी विषय, हरविंद्र सिंह की बीएससी फाइनल में गणित विषय, मुकेश नांदेवाल की बीएससी पांचवां सेमेस्टर, विशाल बब्बर की बीएससी पांचवां सेमेस्टर, सचिन कुमार की बीएससी पांचवां सेमेस्टर, दलबीर जोसन की बीकॉम फाइनल की रिअपीयर की परीक्षा थी। शिव कुमार, अजय कंबोज आदि ने बताया कि उन्होंने जब कॉलेज में एडमिशन लिया था तो उस समय कॉलेज कुवि से मान्यता प्राप्त था।
केयूके रि-अपीयर परीक्षा के लिए रोलनंबर नहीं मिलने से केंद्र के बाहर खड़े गुस्साए परिक्षार्थी सागर मिढा, हरविंद्र ङ्क्षसह, मुकेश नांदेवाला, विशाल बब्बर आदि।
कॉलेज का कोई लेना देना नहीं
"छात्रों का रोल नंबर न भेजने के लिए विश्वविद्यालय उत्तरदायी है। पास आउट होने के बाद कॉलेज किसी भी छात्र का रिअपीयर फॉर्म नहीं भरता। छात्रों ने बाहर से एप्लाई किया है। कॉलेज का इससे कोई लेना देना नहीं है।"--सुमन गुलाब, प्रिंसिपल, राजकीय नेशनल कॉलेज, सिरसा। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.