लगातार बढ़ते विरोध के बाद विभाग ने महिला शिक्षकों की ड्यूटी आखिर मेवात में मूल्यांकन से हटा ली है। अब महिला शिक्षकों की जगह वहां गेस्ट टीचर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी। वहीं पुरुष शिक्षकों की ड्यूटी को नहीं बदला गया है। बुधवार को शिक्षकों की ड्यूटी गृह जिले में किए जाने तथा अन्य मांगों को लेकर हसला की ओर से धरना प्रदर्शन कर अधिकारियों को मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया। साथ ही हसला पुरुष शिक्षकों की ड्यूटी भी गृह जिले या तावडू में लगाए जाने की मांग पर अड़ी हुई है।
बता दें कि 25 से 28 मार्च को प्रदेशभर में तीसरी व पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को जांचने के लिए होने वाली मूल्यांकन परीक्षाओं के लिए जिले से करीब 700 शिक्षकों की ड्यूटी मेवात लगाई जानी थी। इनमें से काफी संख्या में महिला शिक्षक थी।
हसला ने दिया धरना, ज्ञापन
गुरुवार को मेवात में ड्यूटी लगाए जाने के विरोध में हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी संगीता यादव व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामकुंवार फलसवाल को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इनमें से शिक्षकों की मांग पर महिला शिक्षकों की ड्यूटी को तो निरस्त कर दिया गया है, लेकिन शिक्षकों की ड्यूटी को मेवात में बरकरार रखा है।
विभाग के मौखिक आदेश: डीईईओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामकुंवार फलसवाल का कहना है कि विभाग की ओर से लिखित आदेश तो नहीं आए हैं, लेकिन मौखिक तौर पर महिला शिक्षकों की ड्यूटी मेवात से हटा दी गई है। फिलहाल नूंह खंड में गेस्ट टीचर लगाए जा रहे हैं, वहीं बाकी खंडों से भी जिले की महिला शिक्षकों की ड्यूटी हटाई जाएगी।
ड्यूटी नहीं बदलते तो ठहरने की व्यवस्था करें
हसला के राज्य उप प्रधान अभयसिंह व जिला प्रधान हरीश यादव ने कहा कि सभी शिक्षकों की ड्यूटी गृह जिले या तावडू क्षेत्र में लगाई जाए, प्रतिदिन रिपोर्ट जमा कराने की बजाय अंतिम दिन रिपोर्ट जमा कराने के निर्देश दिए जाएं, ड्यूटी भत्ता अग्रिम दिया जाए। हसला पूर्व राज्य प्रधान अनिल यादव ने मांग की कि यदि शिक्षकों की ड्यूटी नहीं बदली जाती तो उनके आने-जाने, वहां ठहरने, सुरक्षा तथा टीएडीए की व्यवस्था की जाए।
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