** जिले के कुछ टॉप निजी स्कूलों में फीस छह गुना से भी अधिक है, डबल से अधिक तो कई निजी स्कूलों की है
सोनीपत : अगर आप अपने बच्चे का पसंदीदा निजी स्कूल में दाखिला करवाने जा रहे हैं तो अपना बैंक बैलेंस ठीक से चैक करवा लें। क्योंकि नित आधुनिक होती शिक्षा प्रणाली ने फीस स्ट्रेक्चर को ऐसा बना दिया है कि किसी बच्चों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना आसान है पर कक्षा पहली की पढ़ाई उससे काफी महंगी है। जिले के कुछ स्कूलों में तो इंजीनियरिंग व एमबीए से भी दो गुणा फीस पर कक्षा पहली की पढ़ाई हो रही है।
इधर 17सौ बीपीएल परिवारों ने किया आवेदन :
प्रदेश सरकार की बीपीएल परिवार को नियम 134 ए के तहत दस प्रतिशत आरक्षण की प्रक्रिया में खुद को शामिल करने की कोशिश में कुल 17सौ अभिभावकों ने (ऑनलाइन आवेदन अलग) कराए हैं। शुक्रवार को आवेदन करने की अंतिम तिथि थी। अब यह तिथि बढऩे की संभावना नहीं है, क्योंकि केंद्रों से प्रमाण पत्र भी ले लिए गए हैं। अब जल्द ही शिक्षा विभाग ड्रा की तिथि तय कर उनके लिए दाखिला प्रक्रिया संचालित करेगा। डीईओ परमेश्वरी हुड्डा ने बताया कि हर स्कूल को अपने यहां दस प्रतिशत आरक्षण रखना ही होगा। इस बीच शिक्षा विभाग की ओर से बनाई गई कमेटी के सदस्य विमल किशोर ने डीईओ को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि जब तक 134 ए नियम की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाए तब तक अभिभावकों पर जबरन दाखिला का दबाव न बनने दिया जाए। उनका आरोप है कि कुछ स्कूल जबरन अभिभावकों पर दाखिले के लिए दबाव बना रहे हैं। सोमवार को इसके विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।
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