हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के जिला कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को क्रांतिमान पार्क में हुई। इसकी अध्यक्षता करते हुए जिला प्रधान वीरेंद्र बडाला ने कहा कि सरकार शिक्षा विभाग में हर रोज नए और असफल प्रयोग कर रही है। इसके कारण शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो शिक्षा का अधिकार कानून में हर बच्चे को भयमुक्त वातावरण में शिक्षा देकर परीक्षा के भय से मुक्त रखा गया है, वहीं दूसरी ओर अचानक 25 से 28 मार्च तक परीक्षा के लिए घोषणा कर दी गई है। इन परीक्षाओं में पर्यवेक्षक भी दूसरे स्कूलों के अध्यापक होंगे। इस व्यवस्था से बच्चों पर मानसिक दबाव बढ़ गया है। वहीं दूसरी तरफ अध्यापकों को पर्यवेक्षक के रूप में दूरदराज के विद्यालयों में भेजा रहा है।
बडाला ने कहा कि सरकार मास्टर वर्ग की मांगों को लगातार अनदेखा कर रही है। पीजीटी व मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों के पद पर पदोन्नति लंबित पड़ी है। अगर सरकार 20 मार्च तक उपरोक्त समस्याओं का समाधान नहीं करती है तो 21 मार्च को हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन विरोध स्वरूप मास डेपुटेशन के रूप में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से मिलकर डायरेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपेगा। dbhsr
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