सिवानीमंडी : जेबीटी शिक्षक अब दसवीं कक्षा के द्वितीय सेमेस्टर की उतरपुस्तिका को जांचने का काम करेंगे। ऐसा आदेश शिक्षा बोर्ड ने दिया है, ऐसा संभव तो नही है लेकिन शिक्षा बोर्ड इंसान की तरह गलती का पुतला है। वो समय-समय पर गलती करता ही रहता है और नाम दिया जाता है क्लर्कियल मिस्टेक।
शिक्षा बोर्ड को जेबीटी शिक्षकों की परीक्षा केन्द्र में तो डय़ूटी लगाते देखा और सुना है लेकिन इस बार शिक्षा बोर्ड ने विभिन्न स्कूलों में इस बात के पत्र भी भेज दिए कि जेबीटी शिक्षक अब दसवीं के द्वितीय समेस्टर की उतरपुस्तिका को जांचने का काम भी करेंगे। जानकारी के अनुसार हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने कई स्कूलों में पत्र भेजकर आदेश जारी किया है कि 25 मार्च से दसवीं के पेपरों की मार्किग की जानी है उसमें फला-फला शिक्षकों की डय़ूटी लगाई जाती है। जब जेबीटी शिक्षकों को इस बात की जानकारी मिली तो वे हक्के-बक्के रह गए। कभी उनके स्कूल के तीसरी व पांचवीं के बच्चों की परीक्षा दूसरे स्कूलों के अध्यापकों द्वारा चेक करने के आदेश आ जाते है तो कभी उनको उतरपुस्तिका चेक करने के आदेश दे दिए जाते हैं। हालांकि बोर्ड ने अपनी गलती को सुधारते हुए जेबीटी शिक्षकों की डय़ूटी मार्किग में लगाने के आदेश को वापस ले लिया है।
सब गलती से हुआ : प्राचार्
राजकीय कन्या स्कूल के प्राचार्य धूप सिंह ने बताया कि जेबीटी शिक्षकों द्वारा दसवीं की उतर पुस्तिका चेक करने आदेश जरूर मिले हैं लेकिन यह सब गलती से हुआ है, उनको किसी प्रकार की उतरपुस्तिका चेक नहीं करनी पड़ेगी। यह आदेश बोर्ड से गलती से जारी कर दिया गया था।राजकीय कन्या स्कूल के प्राचार्य धूप सिंह ने बताया कि जेबीटी शिक्षकों द्वारा दसवीं की उतर पुस्तिका चेक करने आदेश जरूर मिले हैं लेकिन यह सब गलती से हुआ है, उनको किसी प्रकार की उतरपुस्तिका चेक नहीं करनी पड़ेगी। यह आदेश बोर्ड से गलती से जारी कर दिया गया था। djhsr
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