** सीडीएलयू में खराब परीक्षा परिणाम के बाद प्रबंधन ने लिया फैसला
सिरसा : चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी (सीडीएलयू) की ओर से आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षाओं के खराब परिणाम के आरोप को लेकर चार दिन तक मचे बवाल के बाद सोमवार से पुन: मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू होगी। यदि इस दौरान उत्तर पुस्तिका जांच में खामियां सामने आईं तो जांचने वाले शिक्षक पर सीडीएलयू कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही भविष्य में परीक्षा ड्यूटी में शामिल नहीं किया जाएगा। यह फैसला सीडीएलयू अधिकारियों की बैठक में लिया गया है।
सीडीएलयू में शनिवार को बैठक हुई थी। इसकी अध्यक्षता वीसी डॉ. राधेश्याम शर्मा ने की। इस बैठक में रजिस्ट्रार डा. मनोज सिवाच, डीन ऑफ कालेज प्रोफेसर सुरेश गहलावत, डा. मिगलानी, डिप्टी रजिस्ट्रार रमेश मेहता और करीब 18 कालेजों के प्रिंसिपल भी मौजूद थे। इस मौके पर उत्तर पुस्तिकाओं के पुन: मूल्यांकन करने को लेकर शेड्यूल तैयार किया गया। सीडीएलयू के डीन ऑफ कालेज प्रोफेसर सुरेश गहलावत ने बताया कि पुन: मूल्यांकन के दौरान यदि किसी उत्तर पुस्तिका में ऐसी खामी सामने आई जैसे परीक्षार्थी ने पूरा पेपर कर रखा हो लेकिन लापरवाही से मार्किग की गई हो, तो शिक्षक पर कार्रवाई होगी।
यूं चलेगी जांच प्रक्रिया
बताया जा रहा है कि पहली जांच लिखित शिकायत के आधार पर होगी। जिनकी लिखित शिकायत आएगी उन बच्चों की उत्तर पुस्तिकाएं निकलवाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त रेंडमली भी उत्तर पुस्तिकाओं का चयन कर जांच की जाएगी।
कॉलेज स्तर पर नियुक्त होंगे मोडरेटर
सीडीएलयू ने फैसला लिया है कि अब कॉलेज स्तर पर ही मोडरेटर नियुक्त होंगे। प्रोफेसर सुरेश गहलावत ने बताया कि वीसी ने निर्देश जारी किए हैं कि आगामी परीक्षाओं के दौरान सभी कॉलेज अपने-अपने परीक्षा केंद्रों के लिए माडरेटर नियुक्त करें। कॉलेज प्रशासन सीडीएलयू में उत्तर पुस्तिकाएं जमा कराने से पहले ही पूरी जांच करेगा ताकि यूनिवर्सिटी पर लापरवाही के आरोप न लगे। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.