पीजीटी भर्ती का परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर सीएम आवास पर प्रदर्शन करने जा रहे संस्कृत प्राध्यापकों को पुलिस ने रोक दिया। आधे घंट की जद्दोजहद के बाद उन्हें लघु सचिवालय की तरफ मोड़ दिया। डीसी की गैरहाजिरी में प्राध्यापकों ने सीएम को संबोधित ज्ञापन एडीसी को सौंपा और लिस्ट जारी न होने पर 6 मार्च से आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी।
ये है मामला
फरवरी 2013 में पीजीटी परीक्षा का साक्षात्कार हुआ था। अप्रैल तक इंटरव्यू का परिणाम घोषित होना था, लेकिन आज तक लिस्ट जारी नहीं हुई। प्राध्यापकों का कहना है कि जल्द ही आचार संहिता लागू होने जा रही है, जिसके चलते भर्ती प्रक्रिया कई माह के लिए अधर में अटक जाएगी। वह काफी दिनों से लिस्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं। सीएम से मिले तो उन्होंने भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
कोर्ट के सामने पुलिस ने रोका
छोटूराम पार्क में बैठक के दौरान संस्कृत प्राध्यापकों ने सीएम आवास पर प्रदर्शन करने का फैसला लिया। करीब डेढ़ बजे प्राध्यापक सीएम आवास की तरफ चल पड़े, लेकिन न्यायालय के पास खड़ी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। आधे घंटे तक पुलिस से काफी जद्दोजहद भी हुई, लेकिन पुलिस ने उन्हें वापस मोड़ दिया। इसके बाद ये डीसी दफ्तर पहुंचे, लेकिन उनके न मिलने पर एडीसी को ज्ञापन दिया। डॉ. सुरेंद्र कुमार, रेनू, सुशील, जोगेंद्र, विनोद, दीपक, संदीप, राजीव, अरूण, शर्मिला, मंजू, अंजना, रेनू और रेखा ने चेतावनी दी कि अगर बुधवार तक सूची जारी नहीं हुई तो वह 6 मार्च से रोहतक में आमरण अनशन शुरू करेंगे।
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