जुलाना : खंड के करीब एक दर्जन स्कूलों के सैकड़ों अध्यापकों को पिछले कई माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन न मिलने के कारण अध्यापकों के लिए दीवाली फीका रहीं, वहीं अब होली का त्योहार भी बेरंग रहेगा। हालात यह हैं कि वेतन न मिलने के कारण कई अध्यापकों को अपने घरेलू खर्च चला पाना ही मुश्किल हो गया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वेतन बजट जारी न होने के कारण यह समस्या आई है। ज्यों ही विभाग द्वारा बजट जारी किया जाएगा। संबंधित अध्यापकों को वेतन दे दिया जाएगा। वेतन बजट कब जारी होगा इसका अधिकारियों के पास इसका कोई जवाब नहीं।
वेतन न मिलने पर अध्यापकों में रोष
कई माह से वेतन न मिलने के कारण संबंधित अध्यापकों में रोष है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के खंड सचिव सतीश लाठर ने बताया कि इस बारे में विभाग को बार-बार अवगत कराया जा चुका है। बावजूद इसके कोई समाधान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि ब्राह्मणवास, अकालगढ़, जुलाना, मालवी, किलाजफरगढ़, गतौली, मेहरड़ा, लिजवाना कलां, करेला-झमौला, करसोला, किनाना समेत एक दर्जन से अधिक ऐसे स्कूल हैं जिनमें कार्यरत सैकड़ों अध्यापकों को अक्टूबर माह से वेतन नहीं मिल पाया है। इसके चलते अध्यापकों अपने जरूरी घरेलू खर्च चला पाना ही मुश्किल हो गया है। यदि विभाग द्वारा शीघ्र ही वेतन बजट नहीं जारी किया गया तो अध्यापक इसके खिलाफ एकजुट होकर आंदोलन शुरू करने को मजबूर होंगे।
"वेतन बजट जारी न होने के कारण यह समस्या हो रही है। ज्यों ही विभाग द्वारा वेतन बजट जारी कर दिया जाएगा। उसके तुरंत बाद ही अध्यापकों के खातों में वेतन पहुंच जाएगा।"--सुरेंद्र श्योराण, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, जुलाना dbjnd
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