बिलासपुर : राजकीय अध्यापक संघ संबंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ की बैठक राज्य जोनल सचिव रविंद्र राणा की अध्यक्षता में हुई। इसमें बोर्ड परीक्षाओं में लगे केंद्र अधीक्षक सुपरवाइजर को कम पारिश्रमिक दिए जाने के कारण हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की निंदा की गई।
राजकीय सीसे स्कूल में हुई मीटिंग में जोनल सचिव रविंद्र राणा ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अध्यापकों का शोषण कर रहा है। बोर्ड ने परीक्षार्थियों से ली जाने वाली फीस कई गुणा बढ़ा दी है, लेकिन अध्यापकों को परीक्षा के बदले दिए जाने वाले मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा ड्यूटी के लिए शिक्षकों को दिया जाने वाला मानदेय उनका मजाक करने के बराबर है। जिला प्रधान प्रदीप सरीन ने कहा कि बोर्ड बच्चों से परीक्षा शुल्क के रूप में सात सौ रुपए तक ले रहा है। इसके बदले में अधीक्षक को 55 रुपए प्रतिदिन व सुपरवाइजर को 45 रुपए भत्ते के रूप में दिए जा रहे हैं।
दो सत्र में परीक्षा ड्यूटी देने पर भी केवल 40 रुपए डीए दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बोर्ड विरोध के बिना कुछ भी नहीं देता। पिछले दिनों बोर्ड उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार करने पर ही मानदेय में वृद्धि की गई थी। उन्होंने परीक्षाओं के लिए सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर कम से कम दो सौ रुपए प्रतिदिन भत्ता देने की मांग की है।
जिला सचिव जयदेव आर्य, ब्लॉक प्रधान रमेश शर्मा, उप प्रधान हरपाल सिंह बैंस, तलविंद्र शास्त्री, सुनील शास्त्री व नरेंद्र ने मानदेय में बढ़ोतरी न करने पर परीक्षाओं के बहिष्कार की चेतावनी दी है। db
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