** एचओडी के आश्वासन पर छात्रों की हड़ताल खत्म
** सीडीएलयू में लॉ के छात्रों ने पूरी रात टैगोर भवन के बरामदे में बिताई, एक की हालत बिगड़ी
सिरसा : भूख हड़ताल और धरने पर बैठे चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में लॉ के छात्रों ने पूरी रात टैगोर भवन के बरामदे में बिताई। ठंड और भूख की वजह से दोपहर एक छात्र ही हालत भी बिगड़ गई। बाकी छात्रों के चेहरे पर भी भूख और प्यास के कारण मायूस नजर आए। हालांकि पूरी रात धरने पर रहने के बाद सुबह छात्रों ने फिर सीडीएलयू के खिलाफ नारेबाजी की। दोपहर 12 बजे डीन वेलफेयर स्टूडेंट्स डॉ. सुरेश गहलावत भी धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने भी बच्चों को समझाया, लेकिन स्टूडेंट्स अनशनस्थल पर डटे रहे। इसी बीच छात्र रोहित की तबीयत बिगडऩी शुरू हो गई। उसे दस्त लग गई और सिरदर्द होने लगा। भूख हड़ताल पर बैठे यूनस सीलम, चंचल और ममता भी कमजोरी महसूस कर रही थी। स्टूडेंट्स ही हालत देखकर डॉ. सुरेश गहलावत ने तुरंत फोन करके सीडीएलयू की डॉ. शैफाली को बुलाया। स्टूडेंट्स की हालत बिगडऩे की खबर सुनकर डॉ. शैफाली ने आकर चारों बच्चों का ब्लड और शुगर चैकअप किया।
एचओडी के आश्वासन पर ही माने :
तीन बजे लॉ विभाग के एचओडी डॉ. जे एस जाखड़ छात्रों के पास पहुंचे। उन्होंने उन्हें 15 मिनट तक समझाया और कहा कि वे उन्हें एक मौका दें, ताकि बीसीआई को बुलाकर इंस्पेक्शन करवाई जा सकें। लेकिन स्टूडेंट्स ने मना कर दिया। इसके बाद एचओडी ने उन्हें कहा कि वे 31 मार्च तक यदि बीसीआई ने सीडीएलयू की इंस्पेक्शन नहीं की तो वे एक अप्रैल से उनके साथ धरनास्थल पर आकर बैठ जाएंगे। 31 मार्च तक यदि बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने इंस्पेक्शन नहीं की तो छात्र एक अप्रैल से भूख हड़ताल पर दोबारा बैठ जाएंगे। शाम चार बजे छात्रों ने भूख हड़ताल खत्म कर दी।
ये था मामला
लॉ विभाग की अस्थाई मान्यता रद्द होने के बाद शुक्रवार को छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया। छात्रों ने उस दिन वीसी का घेराव भी किया। छात्र सोमवार को भूख हड़ताल पर ही बैठ गए। फस्र्ट इयर के छात्र कक्षाएं अटेंड कर रहे थे। इस बात को लेकर प्रदर्शनकारी छात्रों और प्रोफेसर राजेश मलिक के बीच तीखी बहस भी हुई। सभी छात्रों ने रात टैगोर भवन के सामने ही बरामदे में काटी।
कमजोरी महसूस कर थे छात्र
"रोहित को सिरदर्द और उल्टी की शिकायत थी। ठंड और भूख की वजह से छात्रों को कमजोरी महसूस हो रही थी। हालांकि उनका बीपी और शूगर नॉर्मल ही थी।"-- डॉ. शैफाली, चिकित्सक, सीडीएलयू।
स्टूडेंट्स के साथ हैं
"स्टूडेंट्स हमारे हैं और हम उनके। हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि 31 मार्च तक बीसीआई की टीम निरीक्षण कर जाएं। छात्रों के हितों के लिए वे उनके साथ अनशन पर भी बैठ जाएंगे।"--डॉ. जेएस जाखड़, एचओडी, लॉ विभाग। db
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