** समस्याओं का समाधान नहीं होने पर मास्टर 21 को सौपेंगे ज्ञापन
हिसार : क्रांतिमान पार्क में हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन की बैठक प्रधान वीरेंद्र बडाला की अध्यक्षता में हुई। इसमें मास्टरों ने शिक्षा विभाग के तीसरी-पांचवी मूल्यांकन को असफल प्रयोग बताया है। मास्टरों का कहना है कि शिक्षा विभाग के लिए बनकर रह गई है। इसके कारण शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
जिला प्रधान वीरेंद्र बडाला का कहना है कि एक तरफ तो शिक्षा का अधिकार कानून के तहत प्रत्येक बच्चे को भयमुक्त वातावरण में शिक्षा देकर परीक्षा के भय से मुक्त रखा गया है। दूसरी ओर 25 से 28 मार्च तक परीक्षा के लिए घोषणा कर दी गई है। इन परीक्षाओं में पर्यवेक्षक भी अन्य स्कूलों के अध्यापक होंगे। इस व्यवस्था से बच्चों पर मानसिक दबाव बढ़ गया है।
बडाला का कहना है कि सरकार मास्टर वर्ग की मांगों की लगातार अनदेखा कर रही है। पीजीटी व मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों के पद पर पदोन्नति लंबित पड़ी है। प्लान का बजट कई महीनों से बकाया पड़ा है, जिसके कारण मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों का वेतन लटका पड़ा है। इसके अलावा एचबीए, मेडिकल आदि का बजट भी पर्याप्त मात्र में नहीं मिल रहा है। सरकार 20 मार्च तक समस्याओं का समाधान नहीं होने पर 21 को हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन विरोध स्वरूप मास डेपुटेशन के रूप में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से मिलकर डायरेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपेगा। इस मौके पर राजसिंह मलिक, आर्य संजय, राजकंवर राजथल आदि मौजूद रहे। dj
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