.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Monday, 15 September 2014

प्राइमरी टीचर्स की हरियाणा स्कूल टीचर सेलेक्शन बोर्ड की मेरिट सूची में खामियां उजागर

** पहली सूची में एकेडमिक के कम नंबर जोड़े, दूसरी में इंटरव्यू के घटाए 
** पीड़ित बोले, अंतिम बार फिर लगाएंगे सेलेक्शन बोर्ड से गुहार, इसके बाद लेंगे अदालत का सहारा 
** बोर्ड चेयरमैन से शिकायत के बाद बदली मेरिट सूची, फिर भी दूर नहीं हुई खामी 
हरियाणा स्कूल टीचर सेलेक्शन बोर्ड की मेरिट लिस्ट विवादों के घिर गई है। लिस्ट में प्राइमरी टीचर के आवेदकों के साथ विभिन्न स्तर पर बरती गई खामियों में एक उदाहरण के तौर पर महम के गांव भैणी सुरजन निवासी दिनेश शर्मा का मामला सामने आया है। बोर्ड द्वारा दो बार जारी हुई मेरिट लिस्ट में अभ्यर्थी के इंटरव्यू में अलग-अलग अंक दर्शा दिए गए। बोर्ड चेयरमैन से लेकर अन्य अधिकारियों तक से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद अभ्यर्थियों ने आखिरी बार गुहार के बाद कोर्ट जाने का फैसला लिया है। 
मेरिट का क्राइटेरिया 
मेरिट लिस्ट जारी करते समय एचएसटीएसबी ने जो क्राइटेरिया रखा उसके मुताबिक प्लस टू के अंक प्रतिशत गुणा 0.20, जेबीटी के अंक प्रतिशत गुणा 0.30, एच-टेट के अंक प्रतिशत गुणा 0.10 रखा गया। इसके अलावा 7 मार्क्स अलग से हैं, जिनमें 2 मार्क्स बीए, 2 मार्क्स एमए तथा 3 मार्क्स एमफिल के हैं। कुल मिलाकर बात करें तो 67 मार्क्स एकेडमिक मेरिट तथा 33 मार्क्स इंटरव्यू के हैं। 
दो साल बाद जारी हुई मेरिट लिस्ट 
हरियाणा सरकार ने वर्ष 2012 में प्राइमरी टीचर्स के 9 हजार से अधिक पदों पर भर्तियां निकाली थीं। हरियाणा स्कूल टीचर सेलेक्शन बोर्ड ने इसी वर्ष आवेदकों का साक्षात्कार भी करा दिया, लेकिन दो साल तक मेरिट लिस्ट जारी नहीं हुई। ठीक दो साल बाद 15 अगस्त 2014 को एचएसटीएसबी ने मेरिट लिस्ट जारी की तो उसमें अधिकारियों का खेल देख कई अभ्यर्थियों के होश उड़ गए, इनमें महम के गांव भैणी सुरजन निवासी दिनेश शर्मा भी शामिल है। 
भला ऐसा कहीं देखा है, कोर्ट जाएंगे 
दिनेश का कहना है कि एचएसटीएसबी ने मनमानी चलाते हुए कई अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। भला एेसा कहीं देखा है कि एक ही इंटरव्यू में एक ही अभ्यर्थी को अलग-अलग मार्क्स दिए जाएं। ऐसे अभ्यर्थियों को इकट्ठा कर चेयरमैन से एक बार फिर त्रुटि ठीक करने की गुहार लगाई जाएगी। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूरन कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा। 
पहली मेरिट में कम जोड़े दो नंबर
दिनेश ने बताया कि 15 अगस्त को मेरिट जारी हुई तो वह मेरिट से बाहर था। उसने एकेडमिक क्राइटेरिया के हिसाब से अपने मार्क्स जोड़े जो एकेडमिक मेरिट में दो नंबर कम जोड़े हुए थे। यह देखकर वह दंग रह गया और सोमवार(8 सितंबर) को हरियाणा स्कूल टीचर सेलेक्शन बोर्ड के चेयरमैन के यहां शिकायत दर्ज कराई। मामला दिखाया तो क्लर्कियल खामी बताते हुए दो नंबर जोड़ने का आश्वासन दे दिया गया। यदि नंबर नहीं जोड़े गए तो हमें मजबूरन अदालत का सहारा लेना पड़ेगा। 
मेरिट में जोड़े तो इंटरव्यू में घटाए
दिनेश का कहना है कि उसके अलावा कई अन्य लोग भी ऐसी ही शिकायत लेकर आए थे, जिनमें से तीन लोग भिवानी के भी शामिल थे। उसका कहना है कि शिकायत दर्ज करने के बाद सोमवार को विभाग की वेबसाइट से मेरिट लिस्ट हटाकर मंगलवार को दूसरी सूची अपलोड कर दी गई। तीन दिन पहले दिनेश ने मेरिट लिस्ट देखी तो उसके एकेडमिक मेरिट में दो नंबर बढ़ाकर 43.36 से 45.36 कर दिए गए, लेकिन इंटरव्यू में पहले मिले 18 मार्क्स में 2 नंबर घटाकर 16 कर दिए।                                                         dbrhtk




 

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.