जींद : हरियाणा स्कूल शिक्षक भर्ती बोर्ड द्वारा कुछ माह पहले की गई पीजीटी की भर्ती में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। बोर्ड द्वारा जारी की गई कट ऑफ लिस्ट के प्रतिशत तक भी नहीं पहुंचने वाली महिला आवेदक को न केवल साक्षात्कार के लिए बुलाया गया बल्कि उसका चयन भी हो गया। 18 जनवरी 2014 को उसे नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी में यह खुलासा हुआ है।
हरियाणा स्कूल शिक्षक भर्ती बोर्ड ने विज्ञापन संख्या 1/2012 द्वारा पीजीटी (स्कूल लेक्चरर) की भर्ती के लिए सात जून 2012 को आवेदन मांगे थे, जिसकी आखिरी तारीख 28 जून 2012 थी। इसको बाद में दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया था। भिवानी निवासी पुष्पा देवी ने राजनीतिक विज्ञान के लिए सामान्य श्रेणी में आवेदन किया था, जिसका रोल नंबर 17120801 था। भर्ती बोर्ड ने राजनीतिक विज्ञान में एमए में 56 प्रतिशत या इससे अधिक अंक पाने वाले उम्मीदवारों को ही साक्षात्कार के लिए बुलाया था। पुष्पा देवी ने अपने आवेदन फार्म में एमए 2011 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक से पास दिखाई है और 800 में 480 अंक दिखाएं हैं, जिसको भर्ती बोर्ड ने पेन से काटकर 800 में से 448 अंक कर दिया हैं। अर्बन एस्टेट निवासी जगबीर ने शिक्षा विभाग से आरटीआइ से जो सूचना मांगी, वह चौकाने वाली है। आरटीआइ से मिली सूचना के अनुसार पुष्पा की एमए की मार्कशीट में 800 में से 400 अंक दिखाएं हैं, जिसमें एमए अंतिम वर्ष में 218 अंक और प्रथम वर्ष में 182 अंक दिखाएं गए हैं, लेकिन 182 और 400 अंकों को पेन से काट दिया गया है।
आरटीआइ से पुष्पा की 7 जनवरी 2013 की जारी की हुई एक अन्य एमए की मार्कशीट मिली है, जिसमें एमए अंतिम वर्ष में 212 अंक तथा प्रथम वर्ष में 219 अंक यानी 800 में से कुल 431 अंक दिखाए हैं। पुष्पा की वर्ष 2011 की एमए की मार्कशीट में 50 प्रतिशत अंक बनते हैं जबकि भर्ती बोर्ड ने एमए में 56 प्रतिशत या इससे से अधिक अंक पाने वाले उम्मीदवारों को ही साक्षात्कार के लिए बुलाया था। पुष्पा की एमए की दूसरी मार्कशीट जनवरी 2013 की है जबकि आवेदन करने की अंतिम तिथि जुलाई 2012 थी, इसलिए पुष्पा की 2013 की एमए की मार्कशीट को भर्ती के लिए स्वीकार ही नहीं किया जा सकता। dj
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