चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों के 4073 गेस्ट टीचरों को नौकरी में बनाए रखने का प्रयास कर रही प्रदेश सरकार को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का डर सता रहा है। वीरवार को गेस्ट टीचरों के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा विभाग के महानिदेशक एमएल कौशिक से मुलाकात की। कौशिक ने उनका पक्ष सुना और स्वीकार किया कि गेस्ट टीचरों की दलीलें सही हैं।
बैठक के बाद गेस्ट टीचरों के प्रतिनिधि अजय लोहान ने बताया कि उन्होंने महानिदेशक से सामने अपना पक्ष रखते हुए प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए लागू नियमों का भी हवाला दिया है। लोहान ने कहा कि उन्होंने महानिदेशक को बताया कि जिस तरह अन्य विभागों में तीन साल कार्यकाल की शर्त लागू है, गेस्ट टीचर वह शर्त भी पूरी कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें हटाया नहीं जाना चाहिए। लोहान ने बताया कि महानिदेशक गेस्ट टीचरों के पक्ष से सहमत दिखाई दिए और उन्होंने इस मामले को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के समक्ष रखने का भरोसा दिया।
लोहान ने कहा कि मामले में सबसे बड़ी समस्या यह है कि सरकार यदि हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं करती तो उस पर अवमानना का केस चल सकता है।
उन्होंने कहा कि बीते सप्ताह मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से हुई मुलाकात के दौरान भी इसी मुद्दे पर काफी देर चर्चा हुई थी और अब सरकार इस बारे में कानूनविदों की बैठक बुलाकर राय लेने वाली है। लोहान ने कहा कि सरकार के रुख से गेस्ट टीचर आशावान हैं और उनकी नौकरी बची रहने की उम्मीद जगी है। au
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