अंबाला : अपनी ज्वाइनिंग के लिए हजारों पात्र अध्यापक एक बार फिर से प्रदेश की मनोहर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर गए हैं। प्रदेश के कई जिलों के नवचयनित हजारों जेबीटी अध्यापकों ने रविवार को ज्वाइनिंग न देने पर प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मंडल आयुक्त निवास पर नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। पात्र अध्यापकों ने धरना प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ उन्हें झूठे वायदे देकर वायदा खिलाफी जैसे आरोप भी लगाए। अध्यापकों ने चेतावनी दी है कि 20 तक उनकी मागों पर ध्यान नहीं दिया गया तो 21 जून से पंचकूला महानिदेशालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
पात्र अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा का कहना है कि 29 मार्च में पात्र अध्यापक संघ का प्रतिनिधित्व मंडल मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मिला था। इस दौरान मुख्यमंत्री के सामने प्रदेश में 9455 चयनित जेबीटी अध्यापकों को जल्द से जल्द ज्वाइनिंग कराने की मांग रखी गई थी। इस मांग पर मुख्यमंत्री ने पात्र अध्यापक संघ को 77 कार्यदिवस में नियुक्ति पत्र प्रदान करने का वादा किया था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि सभ जेबीटी अध्यापकों को 1 जुलाई तक नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे, लेकिन इन अध्यापकों का आरोप है कि सरकार ने नियुक्ति देना तो दूर की बात है अभी तक उसकी कोई प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है।
इन अध्यापकों ने प्रदेश के सभी हजारों चयनित अध्यापकों को पहले तो रविवार को एक बैठक के लिए छावनी के इंदिरा पार्क में बुलाया, जहां इन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सभी पात्र अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ही मंडल आयुक्त निवास की ओर कूच किया। मंडल आयुक्त के निवास पर पहले ही काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी और कई जगह सेना क्षेत्र होने के कारण बीच-बीच में सेना के जवान भी हाथों में बंदूके लिए तैनात थे। मंडल आयुक्त निवास पहुंचने पर पात्र अध्यापकों ने नीलम पी कासनी के साथ ही सीएम और शिक्षामंत्री के खिलाफ भी नारेबाजी की। इस दौरान मंडल आयुक्त के निवास पर नहीं मिलने की स्थिति में वहां मौजूद नायब तहसीलदार को अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री के खिलाफ सौंपा गया। सड़कों पर जुलूस निकालते समय हाईवे पर काफी देर तक जाम की स्थिति भी बनी रही।
प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा का कहना है कि अगर 20 जून तक उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता तो 21 जून से सभी पात्र अध्यापक पंचकूला स्थित शिक्षा निदेशालय के सामने अपने परिवार समेत धरने पर बैठ जाएंगे। यह धरना प्रदर्शन अनिश्चितकालीन होगा, जिसकी जिम्मेदारी खुद सरकार की होगी। dj8:16
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