जींद : हरियाणा स्कूल लेक्चरार एसोसिएशन के जिला प्रधान राजबीर रेढू ने शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तावित रेशनेलाइजेशन के प्रारूप में संशोधन कर इसको तर्कसंगत व व्यवहारिक करने की मांग की। यदि शिक्षा विभाग द्वारा इसी प्रारूप व अव्यवहारिक रूप तथा बिना काउंसि¨लग के लागू किया तो संगठन इसका विरोध करेगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार व शिक्षा विभाग की होगी।
जिला प्रधान ने बताया कि शिक्षा विभाग गलत तरीके से स्कूल प्राध्यापकों का वर्क लोड बढ़ाकर व कक्षा का आकार बढ़ाकर पदों को सरप्लस किया जा रहा है, जो न तो तर्क संगत है न ही न्याय संगत। गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा एवं मनोवैज्ञानिक दृष्टि से उचित होगा कि छात्र शिक्षक अनुपात 1:50 की बजाय 11वीं व 12वीं कक्षा में 1:35 होना चाहिए। विषयानुसार साप्ताहिक पीरियड पूर्व की भांति साप्ताहिक नौ होने चाहिए व प्रेक्टिकल विषयों के साप्ताहिक पीरियड दो की बजाय चार होने चाहिए। स्कूल प्राध्यापक का साप्ताहिक वर्क लोड 24 से 27 पीरियड होने चाहिए। शिक्षा विभाग प्रस्तावित रेशनेलाइजेशन में दोहरे मापदंड अपनाकर स्कूल प्राध्यापकों के पदों को समाप्त कर रही है। एक तरफ शिक्षा विभाग हाई स्कूलों में स्कूल प्राध्यापक का वर्क लोड मास्टर एवं सीएंडवी को दर्शाया जा रहा है जबकि दूसरी तरफ वरिष्ठ विद्यालयों में नौवीं व दसवीं का वर्क लोड स्कूल प्राध्यापकों को दिया जा रहा है। dj6:32
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