** प्रमोशन में आरक्षण खत्म होने पर 110 एससी शिक्षक रह जाएंगे वंचित
चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कार्यरत सत्रह सौ शिक्षक
अब जल्द ही साहब कहलाएंगे। प्रमोशन कोटे के तहत इन शिक्षकों का मास्टर से
मौलिक स्कूल हेडमास्टर बनने की सारी बाधाएं दूर हो गई हैं। शिक्षा निदेशालय
किसी भी समय मौलिक मुख्याध्यापकों की सूची जारी कर सकता है।
शिक्षक से
हेडमास्टर पद पर प्रमोशन का लाभ मास्टर कैडर के 1505 व सौ से अधिक भाषा
अध्यापकों को मिलेगा। प्रमोशन में आरक्षण पर रोक लगने से अनुसूचित जाति के
110 शिक्षक अभी हेडमास्टर नहीं बन पाएंगे। शिक्षक लंबे समय से पदोन्नति की
मांग कर रहे थे। बीते दिनों प्रधान सचिव टीसी गुप्ता के साथ बैठक में इस पर
सहमति बनी थी।
मुख्याध्यापक का पद खाली होने से स्कूल प्रबंधन में दिक्कत
आ रही थी। वरिष्ठ शिक्षक ही हेडमास्टर के कार्य निपटा रहे थे। इसका बच्चों
की पढ़ाई पर असर पड़ रहा था। स्कूल शिक्षा विभाग ने दसवीं व बारहवीं
स्कूलों के अधीन चल रहे मिडिल विद्यालयों के मुख्याध्यापकों को द्वितीय
श्रेणी का दर्जा और आहरण एवं वितरण शक्तियां देने के लिए गेंद सरकार के
पाले में डाल दी है। विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने मुख्यमंत्री ौर
मुख्य सचिव को अंतिम मंजूरी के लिए फाइल भेज दी है। सरकार व वित्त विभाग
की स्वीकृति मिलते ही मुख्याध्यापकों को द्वितीय श्रेणी के दर्जे की
अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के प्रधान रमेश
मलिक और अन्य पदाधिकारी बुधवार को ही इस मसले को लेकर मौलिक शिक्षा
महानिदेशक से मिले हैं। dj
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