** पांच हजार में सिर्फ 1898 प्रतीक्षारत जेबीटी टीचर मिले सही
चंडीगढ़ : अध्यापक पात्रता परीक्षा पास करने में जेबीटी टीचरों ने बड़े-बड़े
मुन्ना भाइयों को फेल कर दिया है। 2011 में नियुक्ति पाने वाले हजारों की
संख्या में फर्जी पाए गए टीचरों के बाद अब पिछले साल चयनित और नियुक्ति का
इंतजार कर रहे 9455 जेबीटी टीचरों में भी ज्यादातर के फर्जी तरीके से
पात्रता परीक्षा पास करने का खुलासा हुआ है।
सोमवार को मौलिक शिक्षा विभाग
के निदेशक ने हाईकोर्ट में हलफनामा देकर बताया कि पिछले साल चयनित टीचरों
को नियुक्ति पत्र जारी करने से पहले अदालत के आदेश पर तकनीकी जांच की जा
रही है। इसके तहत मेरिट लिस्ट में शामिल 5000 चयनित उम्मीदवारों को जांच के
लिए बुलाया गया, जिसमें 4413 शामिल हुए। फिंगर प्रिंट ब्यूरो मधुबन की
जांच में 1898 उम्मीदवार सही पाए गए, जबकि 93 पूरी तरह फर्जी मिले। इसके
अलावा 2422 उम्मीदवार संदेह के घेरे में हैं। हाईकोर्ट ने सरकार के इस जवाब
को रिकॉर्ड पर रखते हुए स्पष्ट कर दिया कि सिर्फ सही उम्मीदवारों को ही
नियुक्ति दी जाए।
इस रिपोर्ट के आधार पर इस भर्ती में भी बड़े स्तर पर
फर्जी पात्रता परीक्षा पास करने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इससे पहले
वर्ष 2011 में भी नौ हजार जेबीटी टीचरों की भर्ती में हजारों टीचर फर्जी
पाए गए थे। इसके बाद हाईकोर्ट ने सभी फर्जी टीचरों के खिलाफ मामला दर्ज
करने का आदेश देते हुए शिक्षा बोर्ड पर सही तरीके से परीक्षा आयोजित न करने
के कारण एक लाख का जुर्माना लगाया था। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.