** हरियाणा में सरकारी नौकरियों में जाने के लिए मची मारामारी, 1.20 युवाओं ने दी परीक्षा
चंडीगढ़ : हरियाणा में सरकारी नौकरियों के लिए मारामारी मची हुई है। करीब 32
हजार नौकरियां पाने के लिए प्रदेश के 42 लाख युवक-युवतियां कतार में लगे
हुए हैं। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग इनमें तीन हजार नौकरियां दे भी चुका
है। बाकी बची 29 हजार नौकरियां देने की प्रक्रिया इस साल पूरी हो जाने की
संभावना है।
हरियाणा की राजनीति में सरकारी नौकरियां बरसों से बड़ा
राजनीतिक मुद्दा रही हैं। मुख्यमंत्रियों पर नौकरियां बांटने में
क्षेत्रवाद, भाई-भतीजावाद और जातिवाद को बढ़ावा देने के आरोप अक्सर लगते आए
हैं, लेकिन यह पहला मौका है, जब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने नौकरियों के
लिए आवेदन करने से लेकर उनके रिजल्ट घोषित होने तक तमाम प्रक्रियाएं
ऑनलाइन कर दी हैं। आयोग में अब कोई काम कागज पर नहीं होता। ऑनलाइन आवेदन
किए जाने से फार्म की हार्ड कापी आवेदक के पास सबसे बड़ा सबूत होती है।
इसके गायब हो जाने की संभावनाएं पूरी तरह से खत्म हो गई हैं। लिखित परीक्षा
के बाद एक सप्ताह के भीतर प्रश्नपत्र और आंसर-की कर्मचारी चयन आयोग की
साइट पर डालने की व्यवस्था पहली बार की गई है।
ऐसा भी पहली दफा हुआ कि
आंसर-की में दर्ज प्रश्नों के उत्तर पर यदि आवेदक को कोई ऐतराज है तो वह
ऑनलाइन अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है। इन ऐतराज की सुनवाई के बाद आयोग
रिजल्ट घोषित करता है। इंटरव्यू के बाद हर परीक्षार्थी को दिए जाने वाले
नंबरों की जानकारी भी आयोग ने साइट पर डालने की नई परंपरा शुरू की है।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग से विभिन्न सरकारी विभागों ने अभी तक 300
अलग-अलग कैटेगरी में 32 हजार पदों के लिए भर्तियां करने का अनुरोध किया है।
इन सभी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 109 कैटेगरी के 3 हजार पदों के लिए
1.20 लाख युवाओं ने अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और पानीपत में
19 अलग-अलग परीक्षाएं दी हैं। इन सभी की भर्तियां हो चुकी हैं। बाकी बचे 29
हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। सबसे अधिक भर्तियां क्लर्क
(लिपिक) की होनी हैं। विभिन्न विभागों द्वारा लिपिक भर्ती के लिए नए आग्रह
पत्र भेजे जाने के बाद आयोग ने आवेदन की अंतिम तारीख 15 दिन आगे बढ़ा दी
है। पहले छह जनवरी आखिरी तारीख थी।
पारदर्शिता और मैरिट से कोई समझौता नहीं
'हरियाणा सरकार नौकरियों में
पारदर्शिता और मैरिट की पक्षधर है। कर्मचारी चयन आयोग में इसका पूरी तरह से
अनुपालन किया जा रहा है। आवेदक द्वारा किसी भी कोने में बैठकर फार्म भरने
से लेकर रिजल्ट घोषित किए जाने तक सब कुछ हमने आनलाइन कर दिया है। आयोग में
कोई काम मानव हाथ से नहीं होता। सब कुछ डिजिटल है। यहां तक कि कोई भी यह
जान सकता है कि उसके आगे अथवा पीछे वाले आवेदक के कितने नंबर हैं। हमारे
पास कोई पेंडेंसी नहीं हैं। भर्ती प्रक्रिया चल रही है। आवेदकों की सुविधा व
शंका समाधान के लिए हमने काल सेंटर (हेल्प लाइन) बना दी है। सुबह नौ से
शाम पांच बजे तक कोई भी जानकारी यहां से ली जा सकती है। आयोग में
पारदर्शिता से कोई समझौता नहीं होगा।"-- भारत भूषण भारती, चेयरमैन, हरियाणा
कर्मचारी चयन आयोग
अब हर जिला मुख्यालय पर होंगी आयोग की परीक्षाएं
हरियाणा कर्मचारी चयन
आयोग पंचायत चुनाव के बाद हर जिले में परीक्षाएं कराएगा। अभी तक सिर्फ
पांच जिलों में परीक्षाएं लेने की व्यवस्था की गई थी। पंचायत चुनाव चूंकि
रविवार को है और आयोग की परीक्षाएं भी अमूमन रविवार को ही कराई जाती हैं।
इसलिए आयोग बाकी बचे पदों की भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में पंचायत
चुनाव खत्म हो जाने का इंतजार कर रहा है। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए
हर जिला मुख्यालय पर परीक्षाएं कराने का खाका तैयार किया जा चुका है। इससे
आवेदकों को परीक्षा देने के लिए किसी दूसरे जिले में नहीं जाना पड़ेगा।
पुलिस भर्ती 19 से, 6 हजार पदों के लिए 6 लाख की दावेदारी
हरियाणा में
पुलिस की भर्ती प्रक्रिया 19 जनवरी से आरंभ हो जाएगी। राज्य कर्मचारी चयन
आयोग की ओर से 6 हजार पदों पर पुलिस की भर्ती की जानी है। इन पदों के लिए 6
लाख युवाओं ने आवेदन किए हैं। पंचकूला में 19, 20 व 21 जनवरी तक तीन दिन
पुलिस की भर्ती के लिए फिजिकल स्क्रीनिंग टेस्ट (शारीरिक दक्षता परीक्षा)
ली जाएगी।
नए आग्रह पत्र मिलने की उम्मीद
आयोग को मौजूदा साल में भी नई
भर्तियों के लिए नए आग्रह पत्र मिलने की संभावना है। इनकी संख्या करीब 20
हजार तक भी हो सकती है। फिलहाल आयोग के पास नौकरियों के लिए किसी विभाग का
आग्रह लंबित नहीं है। dj
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