अम्बाला सिटी : प्रदेश में दसवीं बारहवीं के दूसरे सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम अच्छा लाने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। विभाग की ओर से सरकार स्कूलों का अच्छा परिणाम लाने के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में दसवीं के प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम खराब यानी 27 प्रतिशत बारहवीं का 51 प्रतिशत आने के मद्देनजर शिक्षा विभाग प्रिंसिपल सेक्रेटरी केशनी आनंद अरोड़ा ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को 31 जनवरी को लेटर जारी कर दिया है। इसमें लिखा गया है कि जिस भी स्कूल में पीजीटी (लेक्चरर), टीजीटी के पद खाली हैं या जिन स्कूलों में एक से ज्यादा लेक्चर या अध्यापक कई वर्षांे से हैं, उनका एक डाटा तैयार किया जाए और उसे 8 जनवरी तक विभागीय अधिकारियों के पास भेजा जाए।
खाली ज्यादा पदों का करना होगा प्रपोजल तैयार:
प्रिंसिपल द्वारा डीईओ को सौंपी गई टीचर्स की लिस्ट में से उन स्कूलों का डीईओ द्वारा एक प्रपोजल तैयार किया जाएगा, जिसमें स्कूल के खाली ज्यादा पदों को जानकारी देनी होगी।
पढ़ाई को देना होगा ज्यादा समय
विभाग द्वारा जारी किए गए लेटर में यह भी निर्देश दिए गए हैं कि टीचर्स को स्कूल के अन्य कामों की बजाय बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देना होगा, ताकि पहले सेमेस्टर की तरह दूसरे सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम खराब हो। इसके लिए टीचर्स को स्कूल का काम कम और पढ़ाई ज्यादा करवानी होगी।
425 स्कूलों का करेंगे डाटा इकट्ठा
विभाग द्वारा जारी किए गए लेटर में जिला के करीब 425 सरकारी स्कूलों को शामिल किया जाएगा। जिसमें प्रिंसिपल द्वारा सभी टीचर्स की एक लिस्ट तैयार की जाएगी, जिसे जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजा जाएगा, जहां बाद में वही लिस्ट विभाग के उच्च अधिकारियों के पास डीईओ द्वारा हाथों-हाथ सौंपी जाएगी। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.