' गोद देने की बजाय सरकारी स्कूलों के स्तर में सुधार करे सरकार'
करनाल : सरकारी स्कूलों को प्राइवेट संस्थाओं को गोद देने वाला मुख्यमंत्री का बयान केवल चिंताजनक है, बल्कि गरीब जनता के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का भी कदम है। यह बात हरियाणा अध्यापक संघ के राज्य प्रधान वजीर सिंह ने मंगलवार को आयोजित बैठक में कही। उन्होंने कहा कि सीएम का उक्त बयान एक तरह से जन शिक्षा के ढांचे को प्राइवेट हाथों में सौंपने का फरमान है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वजीर सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों को प्राइवेट संस्थाओं को गोद देने की बजाय सरकार सरकारी स्कूलों का स्तर सुधारने का काम करें, जिसके अंतर्गत सबसे पहला काम प्रदेशभर के स्कूलों में खाली पड़े 35 हजार पदों पर स्थाई भर्ती करना है। पूर्व प्रदेश सचिव कृष्ण कुमार निर्माण पूर्व जिला प्रधान नरेंद्र चोपड़ा ने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है और सरकारी शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की तैयारी कर रही है। db
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