गुहला चीका : हरियाणा अनुबंधित अध्यापक संघ ने अतिथि अध्यापकों को हटाए जाने के विरोध में शहर में जोरदार प्रदर्शन किया व यहां के शहीद उधम सिंह चौक पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला फूंका।
अध्यापक संघ के नेता रामपाल
ने अपने संबोधन में सरकार को जमकर कोसा और कहा कि शुरू से ही सरकार की
अतिथि अध्यापकों के प्रति नीयत ठीक नहीं थी। उन्होंने शिक्षा मंत्री राम
विलास शर्मा को भी आड़े हाथों लिया और नारेबाजी करते हुए मांग की कि शर्मा
ने दिल्ली में धरने के दौरान अतिथि अध्यापकों को पक्का करने का वायदा किया
था। परंतु अब वे भी मुख्यमंत्री के सुर में सुर मिलाते हुए अतिथि अध्यापकों
के खिलाफ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार में थोड़ी सी भी नैतिकता
बची है तो उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
रामपाल ने मांग
की कि अतिथि अध्यापकों को दोबारा सेवा में लिया जाए और उन्हें पक्का किया
जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने ऐसा न किया तो सरकार को जाट
आंदोलन से भी बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ सकता है।
पंचकूला में आज होंगे एकजुट
कैथल : हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के सदस्यों की बैठक मंगलवार को पार्क में
हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के जिला प्रधान सुभाष चंद ने की। बैठक में छह
अप्रैल को पंचकूला जाने का फैसला लिया गया है।
प्रधान सुभाष ने कहा कि
प्रदेश के स्कूलों सरकार बिना अध्यापकों के प्रवेश उत्सव मना रही है। ऐसा
देखते हुए अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजने के लिए मजबूर
हो रहे हैं। सरकार ने 3581 अतिथि अध्यापकों को हटाकर उनके परिवारों से
रोजगार छीना है। अध्यापकों के न होने से स्कूलों में बच्चे शिक्षा ग्रहण
कैसे कर पाएंगे। पिछले कई दिनों से यूनियन सरकार के नेताओं, मुख्यमंत्री व
विभाग के आलाधिकारियों से मिलने का समय मांग रही है, लेकिन उन्हें समय नहीं
दिया जा रहा है। छह अप्रैल को प्रदेश स्तर पर पंचकूला में सभी सदस्य चर्चा
करके आगामी रणनीति तैयार करेंगे। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.