फरीदाबाद : अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के दौरान लिए गए परीक्षार्थियों के अंगूठे के निशान का मिलान न होने पर थाना सेक्टर-55 पुलिस ने नौ शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। मामला जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामकुमार फलसवाल की शिकायत पर दर्ज हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रदेश सरकार ने जेबीटी अध्यापकों की भर्ती के लिए वर्ष 2008 व 2009 में अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की थी। पात्रता परीक्षा पास करने वालों की ही वर्ष 2010 में स्थायी नियुक्ति की गई थी। इस दौरान सरकार ने भर्ती हुए अध्यापकों के पात्रता परीक्षा के दौरान भरे गए आवेदन पत्रों व उत्तर पुस्तिका पर लगाए गए अंगूठे के निशानों की जांच करवाई। जांच के दौरान कई अध्यापकों के अंगूठे के निशान नहीं मिले। इनके खिलाफ सरकार ने धोखाधड़ी के मामले दर्ज करने के आदेश दिए थे।
इसके तहत सोमवार को थाना सेक्टर-55 पुलिस ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामकुमार फलसवाल की शिकायत पर फतेहपुर तगा स्थित राजकीय स्कूल में कार्यरत जेबीटी शिक्षक धर्मेंद्र, पाली स्कूल में तैनात संदीप यादव, जकोपुर स्कूल के सुरेंद्र ¨सह, समयपुर स्कूल के इंद्रवेश, फतेहपुर तगा स्कूल के अनिल कुमार, कुरेशीपुर स्कूल के अनिल कुमार, टीकरी खेड़ा स्कूल के विनोद कुमार, आलमपुर स्कूल के संजय कुमार व सिलाखड़ी स्कूल के विजय कुमार के खिलाफ धोखे से पात्रता परीक्षा पास करने का मामला दर्ज करवाया है। मधुबन, करनाल स्थित फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आने के बाद मामले दर्ज किए गए हैं। dj
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