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Thursday, 3 October 2013

गांधीगिरी पर झुका प्रशासन

** गेस्ट टीचर्स ने पांच किलोमीटर तक निकाला मार्च, एडीसी को ज्ञापन
रोहतक : नियमित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे गेस्ट टीचर्स की गांधीगिरी बुधवार को प्रशासन पर भारी रही। सुबह धरनास्थल पर गेस्ट टीचर्स के इस ऐलान के बाद प्रशासन को पसीना आना शुरू हो गया कि वे दोपहर बाद प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचेंगे और डीसी को ज्ञापन देंगे। इसके बाद बस स्टैंड के पास पुलिस बल तैनात कर दिया गया। डीएसपी सुमित कुमार ने धरनास्थल पर पहुंचकर शिक्षकों से कहा कि अधिकारी यहीं आकर उनसे ज्ञापन ले लेंगे। लेकिन शिक्षकों ने इसे ठुकरा दिया। शिक्षकों की गांधीगिरी देख प्रशासन को झुकना पड़ा और लघु सचिवालय जाने की मंजूरी देनी पड़ी।
जाम में फंसे लोग
शहर में कई साल बाद इतना लंबा प्रदर्शन हुआ। इस दौरान जाम में लोग फंसे रहे। मशाल मार्च सवा पांच बजे सेक्टर-6 से शुरू हुआ और सुखपुरा चौक की तरफ मोड़ दिया। वहां से पहले सैनी कॉलेज मोड़, आकाशवाणी होता हुआ एक घंटे में सवा छह बजे लघु सचिवालय पहुंचा। इस दौरान शिक्षक सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी लगा रहे थे। शिक्षकों के आगे गांधी का रूप धरे एक शिक्षक और अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरुण मलिक चल रहे थे। लघु सचिवालय पहुंच एडीसी आरसी बिधान को ज्ञापन सौंपा। 
हर तरफ गांधी टोपी का जलवा
गांधी जयंती पर धरनास्थल पर पहुंचने वाले हजारों शिक्षकों के लिए सफेद रंग की गांधी टोपी का इंतजाम किया गया था। इन टोपियों पर लिखा था कि ‘गेस्ट टीचर्स को नियमित करो’। सभी शिक्षकों को टोपी पहनाई गई। मंच पर भी एक शिक्षक गांधी की वेशभूषा में बैठ गया। अतिथि अध्यापक संघ के प्रधान महासचिव राजेंद्र शर्मा शास्त्री ने बताया कि उन्होंने छह हजार गांधी टोपियों का इंतजाम कर रखा था।
दूसरे गुट का हंगामा, मंच से धक्के देकर दो शिक्षक उतारे
धरनास्थल पर दोपहर करीब ढाई बजे पानीपत के जिला प्रधान मंच से भाषण दे रहे थे तो पंडाल में बैठे कुछ शिक्षकों ने हूटिंग शुरू कर दी। इन शिक्षकों का कहना था कि वे आमरण अनशन शुरू करेंगे। शिक्षकों की इस हरकत से वहां अफरा-तफरी मच गई और सभी शिक्षक खड़े हो गए। इसके बाद गेस्ट टीचर्स ने मंच पर बैठे दूसरे गुट के नेता जितेंद्र थिलौड़ और पारस शर्मा को धक्का देकर मंच से उतार दिया और वहां से चले जाने के लिए कह दिया। ये दोनों शिक्षक अपने साथियों के साथ कुछ देर सड़क पर आमरण अनशन पर बैठे। थोड़ी देर बाद इनमें से कुछ शिक्षक अनशनस्थल से चले गए और जितेंद्र थिलौड़ व पारस शर्मा पंडाल में आकर बैठ गए। उन्हें दोबारा मंच पर नहीं चढ़ने दिया। 
आंदोलन बिगाड़ने की साजिश
"कुछ लोग आंदोलन को बिगाड़ने के लिए अनशन स्थल पर पहुंचे थे। जितेंद्र थिलौड़ और पारस शर्मा ने संघ से पूछे बिना ही आमरण अनशन का ऐलान कर दिया था। उनके इशारे पर ही कुछ लोगों ने हूटिंग शुरू की थी।" -अरुण मलिक, प्ा्रदेशाध्यक्ष हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ  
परिवार सहित अन्न त्याग दूंगी
अतिथि अध्यापक संघ की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष सोनिया गिल ने कहा कि सरकार ने अतिथि अध्यापकों को नियमित नहीं किया तो वे 27 अक्टूबर को परिवार व बच्चों सहित रोहतक में आक्रोश महारैली में भाग लेकर अनशन पर बैठेंगे और अन्न जल त्याग देंगी। अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरुण मलिक ने कहा नौकरी पक्की होने तक 11 अगस्त से चल रहा क्रमिक अनशन जारी रहेगा।
इन नारों से भड़ास निकाली
सोनिया जिसकी मम्मी है, वो सरकार निकम्मी है।
अभी तो ली अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है।
राजरानी अमर रहे, हत्यारी सरकार हाय-हाय।
झूठा मुख्यमंत्री हाय-हाय, हाय-हाय, हाय-हाय।

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