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Saturday, 12 October 2013

एसएसए कार्यालय पर प्राथमिक अध्यापकों को धमकाने का आरोप

मुलाना : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ- 949   की खंड स्तरीय बैठक का आयोजन शुक्रवार को मुलाना मे किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता खंड प्रधान तरविंद्र शर्मा ने की। इस बैठक में जिला महासचिव राजेश वर्मा सहित अध्यापक  मोहनलाल परोचा, डिंपल कुमार, नीरज कुमार, रविंद्र कुमार, निंदरपाल  मुख्य रूप से मौजूद रहे।
बैठक में  एसएसए कार्यालय द्वारा सिरसगढ़ स्कूल से पाठ्य पुस्तकें उठाने को लेकर प्राथमिक अध्यापकों को धमकाने की कठोर शब्दों  निंदा की गई। जिला महासचिव राजेश वर्मा ने कहा कि एसएसए कार्यालय द्वारा प्राथमिक शिक्षकों को अपने खर्च पर पाठ्य पुस्तकें उठाने को लेकर बाध्य किया जा रहा है और ऐसा न करने की एवज में देख लेन की धमकियां दी जा रही हैं, जिसे राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ कतई सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी यह पाठ्य पुस्तकें  गांव सिरसगढ़ के प्राइमरी स्कूल में उतार दी गई हैं। वर्मा ने कहा कि बराड़ा ब्लाक के प्राथमिक अध्यापक पहले ही सितंबर माह का वेतन न मिलने के कारण भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं उपर से एसएसए कार्यालय द्वारा ये अलग से आर्थिक बोझ डाल कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। वर्मा ने कहा कि डायरेक्टर से आए आदेशों के अनुसान यह काम मिडल स्कूल के हैड मास्टर का है और उन्हें इस काम के बदले में 8 रुपये प्रति किलोमीटर का खर्चा भी विभाग द्वारा देना तय किया गया है। उन्होंने कहा कि उस आदेश में प्राथमिक अध्यापकों की ड्यूटी का कहीं जिक्र तक भी नहीं है। राजेश वर्मा ने कहा कि अगर एसएसए कार्यालय द्वारा ये तुगलकी फरमान वापस नहीं लिये गये, या बेवजह प्राथमिक अध्यापकों को धमकाया गया तो राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ आंदोलन करने पर मजबूर हो जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग पाठ्य पुस्तके अपने आप पहुंचाने का काम करें व प्राथमिक अध्यापकों को उनका वेतन दिलाने का काम करे।
इस बारे में जब एसएसए विभाग की डीपीसी उमा शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि निदेशक मौलिक शिक्षा की तरफ से आए लैटर में साफ लिखा है कि जहां मिडल स्कूल के हैडमास्टर हैं वहां हैडमास्टर को यह जिम्मेवारी उठानी है और जहां हैडमास्टर नहीं हैं, उस स्कूल में प्राइमरी स्कूल के हैड टीचर को यह काम करना होगा।    dt

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