नरवाना : स्कूल प्राध्यापकों के संगठन हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) ने 8वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं को दोबारा बोर्ड द्वारा आयोजित कराने की प्रदेश सरकार की सकारात्मक कवायद का स्वागत किया है। हसला के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व राज्य प्रधान किताब सिंह मोर ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षा का अधिकार कानून की अन्य खामियां भी दूर किए जाने बात कही। उन्होंने 8वीं की परीक्षाएं लेने के लिए बोर्ड प्रणाली बहाल करने के साथ-साथ 8वीं तक की कक्षाओं में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि निर्धारित करने तथा 10वीं व 12वीं कक्षाओं में सेमेस्टर प्रणाली समाप्त कर वार्षिक परीक्षा पद्धति फिर से लागू किए जाने की मांग भी की।
मोर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश में सरकारी स्कूलों के दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम नकारात्मक आ रहे हैं जिसका प्रमुख कारण प्रत्यक्ष रूप से 8वीं कक्षा की परीक्षाएं बोर्ड के दायरे से बाहर करना रहा है। 10वीं के कमजोर परीक्षा परिणाम के लिए सेमेस्टर प्रणाली को भी जिम्मेदार बताया। सेमेस्टर प्रणाली में शिक्षण कार्य दिवस बाधित होते हैं। dt
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