भिवानी : प्रदेश के 20 हजार कला अध्यापकों की अनदेखी को लेकर मंगलवार को शहर में प्रदेश स्तरीय बैठक नेहरू पार्क में हुई। बेरोजगार कला अध्यापक समिति बैठक की अध्यक्षता खंड अध्यक्ष पवन मिताथल ने की।
सरकार की नीतियों पर बरसे अध्यापक
इस अवसर पर समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप रानीला के नेतृत्व में प्रदेश स्तरीय बैठक में एक मंच पर उदयपुर युनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, चौधरी देवीलाल युनिवर्सिटी व आईटीआई से किए हुए आर्ट एंड क्राफ्ट डिप्लोमा धारक अपने डिप्लोमा के अस्तित्व को बचाने के लिए एकत्रित हुए। समिति के प्रधान प्रदीप रानीला ने कहा कि आज हरियाणा सरकार ने आर्ट एंड क्राफ्ट डिप्लोमा का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया है। इसी कारण पूरे प्रदेश में 20 हजार कला अध्यापकों के होने के बावजूद भी एसएसए के तहत केवल मात्र 357 पद एक साल के अनुबंध आधार पर निकाल कर बेरोजगार कला अध्यापकों के साथ एक भद्दा मजाक किया है। इसे वे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसलिए समिति की सरकार से मांग है कि कला अध्यापकों की नियुक्ति पुराने नियमों के आधार पर स्थाई रूप से की जाए।
उन्होंने पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि आज पूरे प्रदेश भर के बेरोजगार कला अध्यापकों की निगाहें 21 अप्रैल को हाई कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.