हरियाणा बोर्ड की परीक्षा की ड्यूटी में लगाए गए स्टाफ के नहीं आने से सेंटर के इंचार्ज को मौजूद स्टाफ से डबल ड्यूटी कराने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। एक प्रिंसिपल ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जो स्टाफ बोर्ड ने दिया है वह पूरा पेपर लेने ही नहीं आता है। ऐसे में मौजूदा स्टाफ से डबल शिफ्ट करानी पड़ रही है। गौरतलब है कि वैसे तो यह बोर्ड की परीक्षा है। लेकिन व्यवस्था बेहाल है। जानकारी के अनुसार पहले ही स्कूलों में स्टाफ कम है। अब तीसरी व पांचवीं के मूल्यांकन में लेक्चरर की ड्यूटी लगा परेशानी ज्यादा बढ़ा दी है। वहीं एग्जामिनर की ट्रेनिंग के लिए अलग स्टाफ भेजना पड़ रहा है। स्कूलों से मिली जानकारी से पता चला है कि विभाग ने सुपरवाइजर की ड्यूटी तो नकल से बचाने के लिए लगाई है। लेकिन एग्जामिनर का तो शोषण किया जा रहा है। अगर बोर्ड का स्टाफ परीक्षा के दौरान किसी कारण नहीं आ पाता। तो स्टाफ के अभाव में मौजूदा स्टाफ से डबल ड्यूटी कराने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है। जिला शिक्षा अधिकारी राजीव अरोड़ा के अनुसार बोर्ड ने जो ड्यूटी शेड्यूल दिया है, उसे ही फॉलो किया जा रहा है।
किसी स्कूल को परेशानी है तो वह जिला शिक्षा कार्यालय को सूचित कर सकता है। जिससे उस परेशानी को दूर करने का प्रयास किया जाए। dbfrdbd
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