पांच सालों में बच्चों का बेस पढ़ाई में कैसा बना नेशनल अचीवमेंट सर्वे में इसका मूल्यांकन होगा। एक जिले के 18 चयनित स्कूलों में सर्वे चलेगा। छह दिनों में सर्वे का कार्य पूरा कर डाइट प्राध्यापक रिपोर्ट तैयार करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर ही भविष्य में प्राइमरी कक्षा की योजना का मसौदा तैयार होगा।
राष्ट्रीय शैक्षणिक व अनुसंधान परिषद् (एनसीईआरटी) की देखरेख में एससीईआरटी को नेशनल अचिवमेंट सर्वे कराने की जिम्मेवारी सौंपी गई है। हरियाणा के प्रत्येक जिले में सर्वे का कार्य 10 मार्च से शुरू होगा। सर्वे के लिए प्रत्येक जिले में 54 स्कूलों की सूची भेजी गई है। सूची में से चयनित 18 विद्यालयों का सर्वे किया जाएगा। सर्वे पांचवीं कक्षा के बच्चों का होगा। जिन सरकारी स्कूलों में पांचवीं कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या कम है वहां सर्वे के दौरान चौथी कक्षा के विद्यार्थी शामिल होंगे। टेस्ट में अधिकतम 30 व न्यूनतम 5 बच्चों का होना जरूरी है।
सर्वे कार्य की जिम्मेवारी डाइट के प्राध्यापकों को सौंपी गई है। एक टीम दो स्कूलों को कवर करेगी। टीम में डाइट के विद्यार्थी (पीपुल टीचर) भी शामिल होंगे।
तीन विषयों का टेस्ट :
सर्वे के लिए प्रश्नावली तैयार की गई है। गणित, भाषा व ईवीएस (सामाजिक अध्ययन) का टेस्ट लिया जाएगा।
भाषा का कोड 11-13 तक, गणित का 21-22 तक तथा ईवीएस का 31-33 तक कोड होगा। प्रथम तीन बच्चे को कोड के अनुसार प्रश्नावली दिए जाएंगे। चौथे बच्चे से उसे दोहराया जाएगा। प्रत्येक विषय के लिए 60 मिनट दिए जाएंगे। 16 मार्च तक सर्वे के दौरान स्कूल का इंचार्ज, छात्र व विद्यार्थी अनिवार्य रूप से मौजूद रहेंगे।
9 बिंदुओं पर सर्वे :
सर्वे में 9 फार्म भरवाने होंगे। भाषा, गणित, ईवीएस, पीपुल प्रश्न, टीचर प्रश्न, स्टूडेंट प्रश्न, रिस्पांस सीट, फील्ड नोट व स्कूल इंफार्मेशन सीट भरवाई जाएगी। डाइट पानीपत के प्राध्यापक व नेशनल अचिवमेंट सर्वे के को-आर्डिनेटर जगवीर आर्य का कहना है कि सोमवार को डाइट मुख्यालय सेविद्यार्थी किट लेकर सर्वे के लिए रवाना होंगे।
स्कूल के शिक्षक सर्वे के दौरान सही जानकारी उपलब्ध कराएंगे। बच्चों का बायोडाटा भी भरना होगा। सर्वे का मकसद पांचवीं कक्षा के बच्चों का शैक्षणिक स्तर जांचना है। djpnpt
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