हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ- 70 ने प्रदेश में विभिन्न शिक्षा कार्यों में अध्यापकों के स्तर के अनुसार कार्य भार न देने के कारण नाराजगी व्यक्त की है। संघ के मीडिया प्रकोष्ठ के चेयरमैन गुरदीप सिंह सैनी ने जारी बयान में कहा कि शिक्षा विभाग ने तीसरी व पांचवीं कक्षा के बच्चों का शिक्षा स्तर जानने के लिए पीजीटी व टीजीटी अध्यापकों को दायित्व दिया है। यह कार्यक्रम 25 से 28 मार्च तक चलेगा। इसी दौरान 10वीं व 12वीं की बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं चल रही है, जिनमें उपरोक्त अध्यापक सेवाएं दे रहे हैं। स्कूलों में 9वीं व 11वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही है ओर इन कक्षाओं का 23 मार्च तक परिणाम भी तैयार करना है। उन्होंने कहा कि तीसरी से पांचवीं लैवल के बच्चों का शिक्षा स्तर जानने के लिए जेबीटी स्तर के अध्यापकों को लगाया जाना चाहिए था, किंतु शिक्षा विभाग ने यह सब घालमेल करके न केवल सभी तरह के अध्यापकों को मानसिक परेशानी में डाल दिया है। बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं में डयूटी देते हुए अध्यापक किस प्रकार कार्यक्रम में जा पाएंगे।
यह स्पष्ट नहीं है और इससे पहले इसी कार्यक्रम के लिए इन अध्यापकों को विशेष ट्रेनिंग पर जाना है। यह असमंजस की स्थिति है कि एक अध्यापक एक साथ कितनी जगह ड्यूटी देगा। dbsrs
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