सरकारी स्कूल के बच्चों को 1 अप्रैल से दोपहर के खाने में खीर, सेवैयां व भरवां पराठा आदि व्यंजन नहीं मिलेंगे। पूरी और पकौड़े वाली कढ़ी जैसे व्यंजन उनकी थाली में परोसे जाएंगे, जो अभी तक उनकी खाने की थाली में शामिल नहीं थे। शिक्षा विभाग ने मिडल क्लास तक बच्चों को दिए जाने वाले दोपहर के भोजन में काफी बदलाव किए हैं। विभाग ने मैन्यू की लिस्ट में शामिल व्यंजनों की संख्या को 16 से घटाकर 10 कर दिया है। इस लिस्ट में विभाग ने कुछ नए व्यंजन शामिल किए हैं, तो कुछ पुराने व्यंजनों को हटाया है।
कुछ व्यंजन हटाए
अब बच्चों को सेवैयां नहीं मिलेंगी। सेवैयां को दूध के साथ मिलाकर बनाया जाता था। इसके अलावा अब खीर भी हटा ली गई है। रोटी व आलू मटर की सब्जी भी थाली में नहीं होगी। राजमा चावल और भरवां परांठों का स्वाद भी बच्चे अब नहीं ले सकेंगे। विभाग के निर्देशों के मुताबिक सप्ताह में चार दिन चावलों के बने व्यंजन व दो दिन गेहूं के बने व्यंजन बनाए जाएंगे। कोई भी व्यंजन सप्ताह में दो दिन नहीं बनाया जाएगा।
पूरी के लिए रिफाइंड कम
शिक्षक वेदपाल के मुताबिक मिड डे मील में गेहूं सोया पूरी व सब्जी को शामिल किया गया है। मगर इसमें जो रिफाइंड की मात्रा दी गई है, उसमें दोनों चीजें बनाना बड़ा मुश्किल है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि विभाग ने सभी हेल्पर को दस महीने का वेतन देने को कहा है, जबकि इस दफा गर्मी की छुट्टियों में मिड डे मील बना था। वेदपाल के मुताबिक ईंधन के लिए बजट बढ़ाया जाना चाहिए।
विभाग की ओर से जारी लिस्ट के मुताबिक अब गेहूं सोया पूरी को शामिल किया गया है। इसके अलावा अब बच्चों को सादी रोटी के बजाय मिस्सी रोटी मिलेगी। कढ़ी में अब पकौड़े भी डाले जाएंगे। यही नहीं पुलाव में आलू के साथ साथ मौसमी सब्जियां भी मिक्स की जाएंगी। मीठा दलिया अब घी में भूनकर बनाया जाएगा। क्योंकि अब इसमें रिफाइंड का प्रावधान भी कर दिया गया है। दाल भी सिंपल नहीं, बल्कि घीया व कद्दू वाली दाल मिलेगी। dbhsr
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