फतेहाबाद : हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन से जुड़े शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लामबंद होने लगे हैं। बुधवार को पपीहा पार्क में एसोसिएशन की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि वे अपनी मांगों के संबंध में शुक्रवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को सेकंडरी शिक्षा विभाग के निदेशक को मांगपत्र सौंपेंगे।
बैठक को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के प्रेस सचिव रामकुमार ने कहा कि तीसरी व पांचवीं कक्षाओं के बच्चों पर हरियाणा शिक्षा विभाग मानसिक रूप से दबाव डालने जैसे प्रयोग कर रहा है। जबकि आरटीई के तहत छोटे बच्चों के लिए परीक्षा मुक्त, भयमुक्त व सौहार्दपूर्ण वातावरण का प्रावधान किया गया है। इन कक्षाओं के बच्चों की परीक्षा के लिए अन्य स्कूलों के अध्यापकों को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है जो पीजीटी अथवा टीजीटी और सीएंडवी के रूप में कार्यरत हैं। रामकुमार ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के इस प्रयोग से उक्त कक्षाओं के बच्चों पर नाजायज रूप से मानसिक दबाव पड़ेगा जबकि आरटीई इसकी इजाजत नहीं देता। इस मौके पर जिला प्रेस सचिव अश्विनी, हरि सिंह, कंवलजीत कामरा, हरजीत सिंह, विरेंद्र सोनी सहित अन्य मास्टर भी थे।
अनदेखी कर रही सरकार
एसोसिएशन के जिला प्रधान रामेश्वरदास वर्मा ने कहा कि सरकार लगातार मास्टर वर्ग के हितों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अध्यापन विषय की शर्त हटाकर पीजीटी पदों और मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों के पदों पर पदोन्नति काफी समय से लंबित है। इसके साथ ही वर्तमान में कार्यरत मौलिक शिक्षा मुख्याध्यापकों को अभी तक राजपत्रित दर्जा व 5400 ग्रेड पे नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा है कि अपनी मांगों को लेकर एसोसिएशन की ओर से 21 मार्च को शाम 4 बजे जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के आगे प्रदर्शन किया जाएगा और निदेशक के नाम मांगपत्र भी दिया जाएगा। db
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