हिसार : जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार को सीटीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शिक्षकों ने मांग रखी कि वर्ष 2000 में चयनित प्राथमिक शिक्षकों की सेवाओं को जारी रखते हुए स्पष्ट नीति बनाई जाए व इनके पदोन्नति सहित सभी वित्तीय लाभ शीघ्र दिए जाएं। साथ ही प्राथमिक विद्यालयों के समायोजन पर रोक लगाई जाए। जिला प्रेस प्रवक्ता संदीप मलिक ने कहा कि वर्ष 2000 में चयनित प्राथमिक शिक्षकों पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले से इन शिक्षकों में असमंजस की स्थिति है।
इन कर्मचारियों के सेवा काल में आने के बाद तीन बार विभाग द्वारा प्रमाण पत्रों की जांच हो चुकी है। जांच में सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र सही पाए गए हैं। ये शिक्षक 13 वर्षों से निष्ठापूर्वक शिक्षण कार्य करते हुए सरकार को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस कारण से इन्हें स्पष्ट नीति बनाकर शीघ्र सभी लाभ प्रदान किए जाएं। इसके अलावा संदीप मलिक ने कहा कि विद्यालय समायोजित किए जाने से बालिका शिक्षा प्रोत्साहन में यह एक रुकावट बन जाएगा और इन विद्यालयों को समायोजित किए जाने पर वहां कार्यरत शिक्षक सरप्लस हो जाएंगे। संगठन विभाग के इस फैसले का विरोध करता है। अगर सरकार इस बारे में गंभीरता से नहीं सोचती है तो संघ कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर होगा। इस मौके पर सतीश शर्मा, वेदपाल रायपुर, सुनील बास, जयभगवान बडाला, विनोद सिसाय, राजकुमार सैनी, कुलदीप शर्मा, शमशेर सिंह भट्टी आदि उपस्थित थे। db
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