समालखा : आलइंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन हरियाणा के राज्य सचिव कामरेड हरिप्रकाश ने बताया कि 2 सितंबर को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर होने वाली देशव्यापी हड़ताल में प्रदेश से एआईयूटीयूसी से संबंधित सभी ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता शामिल होंगे। यह हड़ताल सरकार की मजदूर कर्मचारी नीतियों के खिलाफ की जा रही है।
कामरेड हरिप्रकाश का कहना है कि मजदूर, कर्मचारी ट्रेड यूनियनों के लगातार विरोध प्रदर्शन के बावजूद भी सरकार श्रम कानूनों को बदलकर कारपोरेट घरानों, उद्योगपतियों पूंजीपतियों को मन माफिक तरीके से उद्योग चलाने श्रमिकों का शोषण करने का अधिकार देने जा रही है। सरकार श्रमिकों द्वारा यूनियन बनाने मजदूरों के लिए सामूहिक बारगेनिंग करने के अधिकार को भी छीनने पर उतारू है। कामरेड का कहना है कि प्रदेश में पिछले कई वर्षों से न्यूनतम वेतन रिवाइज करके मजदूरों काे करोड़ों रुपए का नुकसान उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईडी एक्ट, फैक्ट्री एक्ट, ठेका श्रमिक कानून, ट्रेड यूनियन कानून आदि कई कानूनों में संशोधन करने के नाम से मालिकों को सरकार अधिकार देने पर अड़ी है।
सरकार को दिया है पत्र
हरिप्रकाशने कहा कि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त रूप से 12 सांझी मांगों पर आधारित एक पत्र केंद्र सरकार को दिया था। भाजपा सरकार ने भी कांग्रेस वाली मजदूर विरोधी नीतियों पर चलते हुए अपनी मालिक परस्ती का इजहार कर दिया और श्रमिक संघों द्वारा उठाई मांगों को मानने के लिए तैयार ही नहीं है। इसलिए मजबूर होकर केंद्रीय श्रमिक संघों द्वारा 2 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का फैसला लिया गया है। db
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