रोहतक : प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में एक्सटेंशन टीचर्स की भर्ती पर रोक के आदेश देने वाली सरकार बैकफुट पर आ गई है। सोमवार शाम हायर एजुकेशन कमिश्नर की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया कि कॉलेजों में एक्सटेंशन पर शिक्षक रखे जा सकते हैं। बशर्ते उनके कार्य में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
कुछ दिन पहले सरकार की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया था कि डिग्री कॉलेजों में एक्सटेंशन पर शिक्षकों को न रखा जाए। स्टाफ की कमी के कारण कॉलेज रिटायर्ड टीचर्स से ही बच्चों की पढ़ाई करा सकते हैं। सरकार के इस आदेश के बाद कॉलेजों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी, क्योंकि ज्यादातार सरकारी कॉलेजों में शिक्षकों की भारी कमी है। नए सत्र के 15 दिन बीतने के बाद भी कॉलेजों में क्लास शुरू नहीं हो सकी थी। विद्यार्थी आए दिन हंगामा-प्रदर्शन कर विरोध जता रहे थे। सोमवार शाम हायर एजुकेशन कमिश्नर की तरफ से वेबसाइट पर आदेश जारी कर दिया कि एक्सटेंशन पर ऐसे टीचर्स को रखा जा सकता है, जिनका कार्य अच्छा हो। पुराने लोगों को तब तक न हटाया जाए, जब तक उनके कार्य में कोई कमी न मिले या फिर उनसे ज्यादा अनुभवी शिक्षक मिल जाए।
संतोषजनक कार्य न होने पर ही एक्सटेंशन टीचर्स को हटाया जाए
"सरकार ने समय रहते यह फैसला लेकर विद्यार्थियों का भविष्य बचा लिया है। अब मंगलवार को पुराने शिक्षकों को ही बुला लिया जाएगा और एक-दो दिन से सभी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी।"-- डॉ. वेदप्रकाश श्योराण, प्राचार्य पंडित नेकीराम शर्मा राजकीय महाविद्यालय, रोहतक। au
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