चंडीगढ़ : प्रदेश के सरकारी स्कूलों के टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर्स) की पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स) पद पर प्रमोशन से गेस्ट लेक्चरर बेचैन हैं। एक साथ साढ़े सात हजार टीजीटी के पीजीटी बनने से उनको अपनी नौकरी खतरे में पड़ने की चिंता सता रही है। मगर, सूत्रों की मानें तो प्रोन्नति सूची फिलहाल गेस्ट लेक्चरर के लिए खतरे की घंटी नहीं है।
प्रोन्नति पाने वाले टीजीटी में सबसे अधिक साइंस व गणित विषयों के हैं, जबकि इन पदों पर गेस्ट लेक्चरर पहले ही स्कूलों में न के बराबर सेवारत हैं। साइंस के कुछ गेस्ट लेक्चरर जो कार्यरत हैं, वे शहरी स्कूलों में हैं, जबकि पदोन्नति पाने वाले पीजीटी को नियुक्ति ग्रामीण स्कूलों में दी जाएगी। टीजीटी की प्रमोशन 2012 के सर्विस रूल के मुताबिक होगी। इसमें पदोन्नति के लिए समान अध्यापन विषय की शर्त लगाई गई है। इससे भी टीजीटी कम संख्या में प्रोन्नत हो सकते हैं।
सरकारी स्कूलों में सबसे अधिक गेस्ट ¨हदी, अंग्रेजी, इतिहास व राजनीति विज्ञान के सेवाएं दे रहे हैं। टीजीटी पदोन्नति के बावजूद अनिवार्य विषय और नौ से 12 का वर्कलोड होने के कारण ¨हदी व अंग्रेजी में कोई समस्या नहीं आएगी। इतिहास व राजनीति विज्ञान विषय के पदों पर बीते दस साल में जितनी भर्ती हुई है, उनकी दो बार प्रमोशन हो चुकी है। इन पदों की बावजूद उसके काफी पोस्ट खाली हैं। इसलिए नौकरी पर कोई संकट नहीं आएगा।
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेश संयोजक राजेंद्र शास्त्री और प्रवक्ता धर्मबीर कौशिक का कहना है कि टीजीटी प्रमोशन का भय दिखा कर कुछ स्वार्थी तत्व गेस्ट से समायोजन के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। सभी गेस्ट से अपील है कि समायोजन के नाम पर किसी भी शिक्षक नेता को कोई राशि न दें। गेस्ट लेक्चरर की नौकरी पर पदोन्नति कोटे से भरे जाने वाले पदों का कोई असर नहीं पड़ेगा। dj7:57
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