चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उनसे मिलने पहुंचे सर्व कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार को अपने आवास से बैरंग ही लौटा दिया। हालांकि प्रतिनिधिमंडल और सीएम की मुलाकात का कार्यक्रम पहले से तय था। मुख्यमंत्री की ओर से बिना मुलाकात लौटा दिए जाने से गुस्साए सर्व कर्मचारी संघ ने मंगलवार दोपहर को में ही संघ की आपात बैठक बुलाकर सरकार केरवैये की निंदा की साथ ही प्रदेशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया। संघ के प्रदेशाध्यक्ष धर्मबीर फौगाट और महासचिव सुभाष लांबा ने राज्य कमेटी की बैठक के बाद बताया कि नौ अगस्त को कच्चे व ठेका कर्मचारियाें का राज्य स्तरीय सम्मेलन रोहतक में आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद सरकार के तानाशाहीपूर्ण रवैये और कर्मचारियों से बात नहीं करने की जिद के खिलाफ 14 अगस्त को सभी विभागों, बोर्डों, निगमाें, विश्वविद्यालयाें में कर्मचारी सभाएं आयोजित की जाएंगी।
आंदोलन के अगले चरण में दो सितंबर को हड़ताल करके सभी विभागों का कामकाज ठप किया जाएगा। 18 अगस्त से राज्य कमेटी के नेताआें व जिला कमेटी के नेताआें के नेतृत्व में कर्मचारी जत्थे जनसंपर्क अभियान चलाएंगे। सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा, मुख्य संगठनकर्ता विरेंद्र डंगवाल, उपमहासचिव जीवन सिंह ने बताया कि संघ ने एक अगस्त को विधिवत तौर पर मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मंगलवार को दोपहर 2-3 बजे के बीच मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय लिया गया था। लांबा ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को 12 बजे से मुख्यमंत्री के आवास और हरियाणा सचिवालय के चक्कर काटता रहा। सुरक्षा अधिकारियाें ने बताया कि मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिलेंगे। यदि प्रतिनिधिमंडल चाहे तो ओएसडी से मिल ले। इस पर प्रतिनिधिमंडल ने ओएसडी से मिलने से इंकार कर दिया और अगली तैयारी के लिए लौट आया। au
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