शिक्षक आंदोलन झेल रही सरकार को मिली कामयाबी
चंडीगढ़ : हरियाणा में अतिथि अध्यापकों को छोड़कर शिक्षकों के अधिकतर आंदोलन खत्म कराने में सरकार को कामयाबी मिल गई है। सत्ता संभालने के तुरंत बाद से आंदोलन झेल रही मनोहर सरकार नौ माह की रस्साकसी के बाद शिक्षकों को साध पाई है। अब अतिथि अध्यापकों का आंदोलन कराकर उन्हें राहत पहुंचाना सरकार के लिए चुनौती है।
पिछली हुड्डा सरकार के दौरान लगे कंप्यूटर शिक्षकों व लैब सहायकों का आंदोलन खत्म कराना सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है। 2852 कंप्यूटर शिक्षक व 2622 लैब सहायक बकाया वेतन व नौकरी बरकरार रखने की मांग को लेकर काफी समय से आंदोलनरत थे। सरकार कंप्यूटर शिक्षकों के साथ अनुबंध करने वाली कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। इन कंपनियों के साथ कंप्यूटर शिक्षकों का मार्च 2016 तक काम करने का अनुबंध हुआ था, जिसे अब पूरा करने पर सहमति बनी है। शिक्षकों की सेवाएं डीसी रेट पर ली जाएंगी या फिर कोई दूसरा तरीका निकाला जाएगा। इस पर मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के साथ मंथन चल रहा है। कंप्यूटर लैब सहायकों व शिक्षकों को उनके बकाया वेतन के 71 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए गए हैं। सरकार चार साल के अनुभव वाले लैब सहायकों को नई नौकरी में आठ अंकों का लाभ देगी। नए सिरे से आवेदन करने के लिए उन्हें आयु में पांच साल की छूट दी जाएगी। लैब सहायक यदि चाहेंगे तो उनके लिए ट्रेनिंग का इंतजाम भी सरकार के स्तर पर किया जाएगा। ज्वाइनिंग के लिए आंदोलन कर रहे 9450 जेबीटी का रास्ता भी सरकार साफ कर चुकी है। 2011 में नियुक्त जिन जेबीटी शिक्षकों की ज्वाइनिंग नहीं हो रही थी, उनके मामले में जल्दी सुनवाई के लिए हाईकोर्ट में अर्जी लगाई गई। जबकि 2013 के रुके हुए जेबीटी का रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया है। सरकार कॉलेजों में पीरियड के हिसाब से सेवाएं देने वाले एक्सटेंशन लेक्चरर की दोबारा सेवाएं लेने पर विचार कर रही है। इनकी संख्या लगभग तीन हजार है। तीन विश्वविद्यालयों के करीब तीन सौ कर्मचारियों की ज्वाइनिंग लंबित चल रही है। मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव ने कहा कि अतिथि अध्यापकों को अगर छोड़ दिया जाए तो राज्य में जितने आंदोलन शिक्षकों व सहायकों के चल रहे थे, उनमें से सभी का समाधान हो चुका है। dj
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