** स्कूलों ने विज्ञान के लिए तय कर रखा है 60 फीसद का मानक
फरीदाबाद : ग्यारहवीं में विज्ञान संकाय में दाखिला लेने के इच्छुक
विद्यार्थियों पर अब ज्यादा अंक लाने का दबाव नहीं रहेगा। उन्हें केवल
दसवीं में सभी विषयों में पास होना होगा। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने
नए सत्र में अंक फीसद की अनिवार्यता खत्म कर दी है। बोर्ड की वेबसाइट पर
इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
अब तक ग्यारहवीं में
विज्ञान संकाय की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों पर दबाव रहता था कि उन्हें
दसवीं में बेहतर अंक लाने होंगे। इसके लिए स्कूल प्रबंधन की तरफ से
विद्यार्थियों पर दबाव बनाया जाता था। अधिकतर स्कूलों ने विज्ञान विषय के
लिए 60 फीसद अंक का मानक तय कर रखा है। इससे अधिक अंक वाले विद्यार्थियों
को ही विज्ञान संकाय दिया जाता था। ऐसे में जिन विद्यार्थियों के अंक थोड़ा
कम रह जाते थे, उन्हें निराश होना पड़ता था। राजकीय सीनियर सेकेंडरी ओल्ड
फरीदाबाद के शिक्षक र¨वद्र मनचंदा बताते हैं कि विज्ञान विषय लेने के लिए
अंकों का कोई मानक तय नहीं करना चाहिए, क्योंकि कई बार दसवीं में बेहतर अंक
लाने वाले विद्यार्थी भी विज्ञान विषय में बेहतर नहीं कर पाते हैं। बोर्ड
की तरफ से यह कदम उठाया गया है।
"ऐसे कई उदाहरण हैं, जिसमें दसवीं में कमजोर विद्यार्थी विज्ञान में अच्छा निकलता है। ऐसे में विज्ञान संकाय लेने के लिए कोई मानक तय नहीं किया जा सकता। हरियाणा शिक्षा बोर्ड की तरफ से बेहतर कदम उठाया गया है।"-- संध्या कुमारी, प्राचार्या, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, ओल्ड फरीदाबाद। dj
dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.